अगर लॉकडाउन सही समय पर नहीं किया होता तो यह पहुँच जाते आंकड़े : स्वास्थ्य मंत्रालय

अगर लॉकडाउन सही समय पर नहीं किया होता तो यह पहुँच जाते आंकड़े : स्वास्थ्य मंत्रालय
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दिल्ली। भारत में विदेशी नागरिकों सहित कोरोना वायरस महामारी से संक्रमित होने वालों की संख्या शुक्रवार (24 अप्रैल) को बढ़कर 23,077 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने नियमित संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी आंकड़ों में कहा कि देश में कोविड-19 संक्रमण के चलते 718 मौतें हुई हैं और वर्तमान में कुल 17,610 व्यक्ति महामारी से संक्रमित हैं।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वी. के. पॉल ने कहा, "हमारा विश्लेषण दिखाता है कि लॉकडाउन की वजह से कोरोना वायरस के दोगुने होने की दर में कमी आई है और जिंदगियां बची हैं। लॉकडाउन का फैसला सही समय पर लिया गया, जिसके कारण देश में कोरोना के करीब 23000 मामले हैं, नहीं तो यह आज 73000 होता।" इसके साथ ही नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के डायरेक्टर डॉ.सुजीत सिंह ने कहा, "आज हमारा डबलिंग टाइम 9 दिन तक पहुंच गया है, ये दिखाता है कि जो महामारी तेज गति से फैल रही थी उस पर हम किस हद तक अपने प्रयासों से रोक लगा पाए हैं।"

दूसरी ओर, लव अग्रवाल ने कहा कि देश में पिछले 28 दिनों से जिन जिलों से कोई नया मामला सामने नहीं आया है उनकी संख्या भी बढ़कर 15 हो गई है, जबकि देश में 80 जिले ऐसे हैं जिन्होंने पिछले 14 दिनों में कोई नया मामला दर्ज नहीं किया गया है। वहीं, पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1684 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 32 लोगों को इस वायरस की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी है। पिछले 24 घंटों में कोरोना से संक्रमित 491 लोगों के स्वस्थ होने के साथ ऐसे लोगों की संख्या 4749 (1 माइग्रेटेड) पर पहुंच गई है।

स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार (24 अप्रैल) जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस का प्रकोप देश के 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैल चुका है। कोविड-19 से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में अब तक 283 मौतें हुई हैं, जबकि मध्यप्रदेश में 83 लोगों को इस वायरस ने लील लिया है। वहीं, गुजरात में संक्रमण के चलते 112 और उत्तर प्रदेश व दिल्ली में क्रमशः 24 और 50 लोगों की जान गई है।" कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे अधिक मामले 6430 महाराष्ट्र से ही आए हैं। इसके बाद 2624 मामलों के साथ गुजरात दूसरे, जबकि 2376 मामलों के साथ दिल्ली तीसरे स्थान पर है।

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