IIT Student Suicide: पीएचडी छात्रा ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में दोस्तों से दूरी का दर्द बयां

पीएचडी छात्रा ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में दोस्तों से दूरी का दर्द बयां
सुसाइड नोट में दो दोस्तों का जिक्र, दूर जाने से पड़ गई थी अकेली। आईआईटी कानपुर के हास्टल में गुरुवार को छात्रा का मिला था शव, आत्महत्या के लिए किसी को भी नहीं ठहराया दोषी।

कानपुर। कल्याणपुर थाना क्षेत्र में स्थित आईआईटी कैम्पस में गुरुवार को पीएचडी की छात्रा प्रगति खार्या ने आत्महत्या कर ली थी। छात्रा के कमरे से पांच पेज का सुसाइड नोट भी मिला था। जब सुसाइड नोट की पुलिस में पड़ताल की तो पता चला कि की प्रगति के दो दोस्त ऐसे थे, जिनकी उन्हें कमी सबसे ज्यादा खली। कमिश्नरेट पुलिस के आला अफसरों के मुताबिक प्रगति ने खुद सुसाइड नोट में उसने अपने दो दोस्तों को अपना बेहद करीबी बताया है।

इसके साथ ही उनके नामों का भी जिक्र है। एक दोस्त के बहुत दूर जाने से प्रगति ने यह भी लिखा था कि उसे इस बात का बहुत ज्यादा अफसोस था। इसी तरीके से एक दूसरे दोस्त के लिए प्रगति ने लिखा है कि उसकी भूमिका तो उसकी जिंदगी में 'पीस ऑफ माइंड' की तरह थी। प्रगति ने यह तक लिखा है कि उसकी परफॉर्मेंस बहुत अच्छी थी। हालांकि प्रगति ने यह सुसाइड नोट में माना कि उसने अपनी जिंदगी में बहुत अधिक संघर्ष भी किया है।

27 सालों का हिसाब किसे एक बार में ही बता दूं

कमिश्नरेट पुलिस के आला अफसर के अनुसार सुसाइड नोट में प्रगति ने लिखा कि आईआईटी कानपुर में निश्चित तौर पर छात्रों की काउंसलिंग तो कराई जाती है। मगर वह 27 सालों का अपना हिसाब आखिर किसे एक बार में ही बता दें। सुसाइड नोट में सीधे तौर पर लिखा कि वह अपने इस कदम को लेकर किसी को भी दोषी नहीं ठहरता चाहती है।

ऐसे में कमिश्नरेट पुलिस के अफसरों का कहना था कि अगर वह जांच करते भी है तो जब प्रगति ने किसी पर आरोपी नहीं लगाया है फिर वह किसे दोषी मानेंगे? इसके साथ ही लिखा है कि इसके पहले भी उसने कई बार सुसाइड का प्रयास कर चुकी थी। हालांकि पूरे मामले पर शनिवार को भी कोई तस्वीर सामने आ सकती है, क्योंकि शनिवार को प्रगति के परिजन आईआईटी कानपुर कैम्पस जाएंगे और वहां के प्रशासनिक अफसरों से सीधे तौर पर यह पूछेंगे कि आखिर उनकी बेटी ने यह कदम क्यों उठाया इसके लिए कौन जिम्मेदार है?

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