धामी सरकार ने उत्तराखंड की पावन भूमि से 1000 मजारों को हटाने का लिया संकल्प
हरिद्वार/वेब डेस्क। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रण ले चुके हैं कि वे प्रदेश को लैंड जिहाद से पूरी तरह से मुक्त कर दिखाएंगे । उनका कहना है कि वे प्रदेश में मौजूद सभी अवैध मजारों को हटा देंगे। देवभूमि पर मजार जिहाद को सफल नहीं होने देंगे। सीएम के द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार पवित्र गंगा नदी के आस-पास कई स्थानों पर हुए अतिक्रमण वाले स्थानों को मिलाकर लगभग 1000 अवैध मजार स्थानों को चिन्हित कर लिया गया है। ऑपइंडिया ने अपनी कई रिपोर्ट्स में धर्मनगरी, पर्यटन स्थलों व वन क्षेत्रों में हुए अतिक्रमण को विवेचनात्मक ढंग से बताया था।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 16 अप्रैल को रविवार के दिन ऋषिकेश का दौरा किया। उन्होंने परमार्थ निकेतन में गंगा आरती में हिस्सा लिया व आयोजन के बाद वहाँ उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि, “उत्तराखंड में जो लैंड जिहाद व मजार जिहाद के नाम पर गंगा जी के तटों के आस पास जो अनेक प्रकार का अतिक्रमण हुआ है हमने तय किया है कि उसको हम किसी भी कीमत पर बढ़ने नहीं देंगे। साथ ही सरकार द्वारा अतिक्रमण को हटाने का अभियान प्रारंभ कर दिया है।” जानकारी के मुताबिक सीएम ने स्वयं चिन्हित किए ऐसे अतिक्रमणों की संख्या 1 हजार बताई है। अतिक्रमण सम्बन्धी बयान से वहां उपस्थित सभी संत व श्रद्धालु बहुत खुश हुए हैं। मुख्यमंत्री के बयान का 37 सेकेण्ड का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
आश्चर्यजनक है कि उत्तराखंड में हो रहे डेमोग्राफिक बदलाव, लैंड जिहाद, अवैध मजार व मदरसों को लेकर ऑपइंडिया साल 2021 से समय-समय पर रिपोर्ट देता रहा है। इन रिपोर्ट्स में जिम कार्बेट में बनी मजारों का खुलासा और हल्द्वानी में अवैध तौर से कब्जे में की गई रेलवे की भूमि के सच को सरकार के सामने लाना भी शामिल है। सीएम धामी के 22 मई 2022 को बोले गए एक बयान में उन्होंने पहाड़ों पर बनती अवैध मजारों पर चिंता जताई थी। इसके पश्चात धामी सरकार ने दिसंबर 2022 और मार्च 2023 में 41 अवैध मजारों को करवाई कर ध्वस्त कर दिया था। अब अप्रैल 2023 में धामी सरकार एक बार फिर 1000 अवैध मजारों की लिस्ट बनाकर उन पर बुलडोजर चलाने की तैयारी में है।