असीमित खनन कर जिले का प्राकृतिक सौन्दर्य छिन्न-भिन्न कर रही है धनलक्ष्मी
भोपाल, विशेष संवाददाता। नरसिंहपुर जिला समूह का रेत का ठेका लेने वाली कंपनी धनलक्ष्मी मार्चेंडाइज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा ठेका लेकर अवैध घाटों से असीमत रेत खनन किया जा रहा है। नरसिंहपुर और होशंगाबाद के रेत ठेकेदार मिलकर चोरी की रेत को पिपरिया और होशंगाबाद के रास्ते भोपाल पहुंचा रहे हैं। रेत ठेका लेने वाली कंपनी धनलक्ष्मी गोटेगांव ही नहीं पूरे नरसिंहपुर जिले से रेत का असीमित रूप से अवैध खनन कर रही है। प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों की जानकारी में सब कुछ है, लेकिन सरकार के दबाव में और सांठगांठ के चलते किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही है। इस तरह का आरोप पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव से विधायक नारायण प्रसाद प्रजापति ने 'मध्य स्वदेश' से चर्चा में लगाया।
श्री प्रजापति ने कहा कि नरसिंहपुर जिले का रेत ठेका लेने वाली कंपनी धनलक्ष्मी कई अवैध घाटों से रेत खनन कर रही है। यह रेत खनन सिर्फ नर्मदा नदी तक ही सीमित नहीं है, बल्कि नर्मदा की सहायक नरसिंहपुर जिले में दुधी नदी और होशंगाबाद में तवा नदी तक से रेत का असीमित खनन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने नर्मदा नदी पर मशीनों से रेत खनन पर पूरी तरह रोक लगा दी है, लेकिन खुलेआम मशीनों से रेत खनन जारी है। वहीं प्रतिवर्ष एक जून से आगामी तीन माह के लिए एनजीटी द्वारा लगाई गई रोक संबंधी आदेशों को न तो कंपनी ही मान रही है और न ही प्रशासन इस आदेश का पालन करवा रहा है। श्री प्रजापति ने कहा कि धनलक्ष्मी कंपनी द्वारा किए जा रहे असीमित रेत खनन की स्थिति यह है कि विगत 70 सालों में जो नहीं हुआ, वह अब हो रहा है। कंपनी द्वारा असीमित रेत खनन के चलते नदियों का प्राकृतिक स्वरूप और प्राकृति द्वारा उत्पादित खनिज छिन्न-भिन्न किया जा रहा है। वहीं जिले का प्राकृतिक सौन्दर्य से खिलवाड़ किया जा रहा है।
अवैध रेत निकालकर किए भण्डारण
श्री प्रजापति ने आरोप लगाया कि नरसिंहपुर जिले के रेत समूह का ठेका लेने वाली कंपनी धनलक्ष्मी द्वारा कई अवैध घाटों से रेत निकालकर कई स्थानों पर भण्डारण भी कर लिए हैं। लेकिन कंपनी अभी भी कई घाटों से रेत निकालकर बेच रही है।