India-China to disengage at LAC: मोदी-शी मुलाकात होते ही हटने लगीं दोनों देश की सेना, जानिए अब क्या होगी आगे की राह?
भारत और चीन के बीच चल रहा सीमा विवाद अब सुलझने लगा है। पीएम मोदी और शी जिनिपिंग के मुलाकात होते ही पूर्वी लद्दाख से भारत और चीन दोनों देशों ने अपने सैनिकों को वापस बुलाना शुरू कर दिया है। भारतीय रक्षा मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक "पूर्वी लद्दाख सेक्टर के डेमचोक और देपसांग मैदानों में दो टकराव बिंदुओं पर भारत और चीन के सैनिकों की वापसी शुरू हो गई है। दोनों पक्षों के बीच हुए समझौतों के अनुसार, भारतीय सैनिकों ने पीछे हटने का फैसला किया है।"
दोनों देशों ने अपने अस्थाई टेंट को हटाने के साथ ही सेना को वापस बुला लिया है। अब कुछ ही दिनों में दोनों देश की सेना पूर्वी लद्दाख सीमा में गश्त देना शुरू कर देगी। बता दें बीते 4 सालों से यहां तनाव की स्थिति बनी हुई थी, जिसके चलते दोनों देशों ने अपने सैनिकों को गोला बारूद के साथ तैनात किया हुआ था।
4 से 5 दिन में शुरू हो जाएगी पेट्रोलिंग
दोनों देशों के बीच 21 अक्टूबर को समझाता हुआ था। जिसके बाद विदेश मंत्री जयशंकर ने बताया था कि भारत और चीन में सीमा पर पेट्रोलिंग सिस्टम को लेकर समझौता हुआ है। इससे मई, 2020 (गलवान टकराव) से पहले की स्थिति वापस आएगी। जैसे ही डिसइंगेजमेंट प्रक्रिया पूरी होगी उसके बाद देपसांग और डेमचॉक में अगले 4-5 दिनों में पेट्रोलिंग शुरू होने की उम्मीद है।
जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस में हुई बैठक
बता दें सीमा पर गश्ती से जुड़े समझौते के बाद चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस में हुई बैठक भी हुई थी। यह बैठक काफी सुर्खियों में रही। ये द्विपक्षीय वार्ता करीब 5 साल बाद हुई थी। दोनों राष्ट्राध्यक्ष रूस के कजान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर मिले थे। लद्दाख की गलवां घाटी में पैंगोंग झील के पास दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद से दोनों देशों के रिश्ते में कड़वाहट आई थी। अब इस मुलाकात के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि इस रिश्तों में फिर नर्मी आएगी।