इस मामले में चीन को पछाड़ देगा भारत, पढ़े यह आंकड़े
नई दिल्ली। भारत 2027 तक आबादी के मामले में चीन को पछाड़ देगा। आगामी आठ सालों में भारत दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा और चीन दूसरे स्थान पर खिसक जाएगा। यह जानकारी बुधवार को संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट से हुआ है। संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक एवं सामाजिक मामलों के विभाग के जनसंख्या खंड द्वारा प्रकाशित 'द वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रॉस्पेक्ट्स 2019 : हाईलाइट्स' शीर्षक वाली अध्यन रपट में कहा गया है कि अगले 30 सालों में दुनिया की आबादी दो अरब तक बढ़ कर मौजूदा 7.7 अरब से 2050 तक 9.7 अरब हो सकती है। यह वैश्विक जनसांख्यकी पैटर्न और संभावनाओं का एक व्यापक परिदृश्य मुहैया कराती है।
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की द वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रॉसपेक्ट्स 2019 रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 2019 से 2050 तक 27.30 करोड़ लोग बढ़ जाएंगे। अभी भारत की आबादी 137 करोड़ है. वहीं, चीन की जनसंख्या 143 करोड़ है। चीन में दुनिया की 19 प्रतिशत और भारत में 18 फीसदी आबादी रहती है। 32.90 करोड़ की आबादी के साथ अमेरिका तीसरे और 27.10 करोड़ की जनसंख्या के साथ इंडोनेशिया चौथे नंबर पर है। 2050 तक पूरी दुनिया की आबादी में 200 करोड़ की वृद्धि होगी और कुल आबादी बढ़कर 970 करोड़ हो जाएगी।
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की रिपोर्ट के मुताबिक जनसंख्या के साथ ही लोगों की उम्र भी बढ़ रही है। 2050 तक हर 6 में से 1 व्यक्ति 65 साल के ऊपर की उम्र को होगा। इस तरह दुनिया की 16 प्रतिशत आबादी बुजुर्ग होगी जो अभी 2019 में यह 11 फीसदी है। अर्थात हर 9 में से 1 आदमी बुजुर्ग है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस सदी के अंत तक भारत की आबादी 150 करोड़ हो जाएगी, जबकि, जनसंख्या को नियंत्रित करने की नीतियों के कारण चीन की आबादी में वृद्धि रुक जाएगी। इसके अलावा 73.30 करोड़ के साथ नाइजीरिया तीसरे, 43.40 करोड़ के साथ अमेरिका चौथे और 40.30 करोड़ की आबादी के साथ पाकिस्तान पांचवें नंबर पर होगा। इस शताब्दी के अंत तक पूरी दुनिया की जनसंख्या 1100 करोड़ हो जाएगी।
अध्ययन में कहा गया है कि दुनिया की आबादी मौजूदा सदी के अंत तक अपने शीर्ष पर पहुंच सकती है, जो लगभग 11 अरब के स्तर पर हो सकती है। नए आबादी अनुमान में संकेत दिया गया है कि अब से और 2050 के बीच अनुमानित वैश्विक जनसंख्या वृद्धि का आधा से अधिक नौ देशों में होगी
भारत, नाईजीरिया, पाकिस्तान, कांगो, इथियोपिया, तंजानिया, इंडोनेशिया, मिस्र और अमेरिका शामिल हैं। इन देशों को अपेक्षित जनसंख्या वृद्धि के घटते क्रम में रखा गया है।