Paris Olympic 2024: भारतीय हॉकी टीम ने स्पेन को 2-1 से हराया, जीता ब्रॉन्ज मेडल, हो गए 4 पदक

Paris Olympic 2024: भारतीय हॉकी टीम ने स्पेन को 2-1 से हराया, जीता ब्रॉन्ज मेडल, हो गए 4 पदक
भारतीय हॉकी टीम ने आज स्पेन से ब्रॉन्ज मेडल को लेकर मुकाबला अपने नाम कर लिया है। इसके साथ ही भारत के खाते में आज चौथा पदक जुड़ गया है।

Paris Olympic 2024: ओलंपिक खेलों का सिलसिला जहां पर जारी है वहीं पर भारतीय हॉकी टीम ने आज स्पेन से ब्रॉन्ज मेडल को लेकर मुकाबला अपने नाम कर लिया है। इसके साथ ही भारत के खाते में आज चौथा पदक जुड़ गया है। अंतिम क्षणों में कप्तान हरमनप्रीत ने 2 गोल कर दिए है।

33 वें मिनट में दागे गोल

आपको बताते चलें कि, भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने दो गोल किए। उन्होंने 33वें मिनट में कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर पर गोल किया। उन्होंने 30वें मिनट पर भी पेनल्टी पर गोल किया। हाफ टाइम तक स्कोर 1-1 से बराबर रहा। स्पेन की ओर से एकलौता गोल 18वें मिनट में मार्क मिरालेस पोर्टिलो ने पेनल्टी स्ट्रोक पर गोल किया।

गोलकीपर श्रीजेश का आखिरी इंटरनेशनल मुकाबला

आपको बताते चलें कि, ओलिंपिक का यह ब्रॉन्ज मेडल मैच गोलकीपर श्रीजेश का आखिरी इंटरनेशनल मुकाबला था। उन्होंने ओलिंपिक से पहले ही अपने संन्यास का ऐलान कर दिया था। आखिरी मैच श्रीजेश ने शानदार प्रदर्शन किया । श्रीजेश ने ब्रिटेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मुकाबले में 11 पेनल्टी कॉर्नर सेव किए थे। यह मैच पेनल्टी शूटआउट में गया था, इसमें भी उन्होंने 2 शानदार सेव किए थे।

टोक्यो में भी जीता था ब्रॉन्ज मेडल

आपको बताते चलें, भारतीय हॉकी टीम ने ओलिंपिक में लगातार दूसरा ब्रॉन्ज मेडल जीता है। टोक्यो में इंडिया ने जर्मनी को हराकर ब्रॉन्ज जीता था।भारतीय टीम ने ओलिंपिक गेम्स में हॉकी में 13वां मेडल जीता है। यह टीम का चौथा ब्रॉन्ज मेडल है। इससे पहले टीम 8 गोल्ड और एक सिल्वर जीत चुकी है। बता दें कि, भारत ने 52 साल बाद लगातार दो ओलिंपिक गेम्स में हॉकी का ब्रॉन्ज जीता है। इससे पहले भारतीय हॉकी टीम ने 1968 और 1972 के ओलिंपिक में लगातार दो मेडल जीते थे।

पीएम मोदी ने किया ट्वीट

पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, "एक उपलब्धि जिसे आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी! भारतीय हॉकी टीम ने ओलंपिक में चमकाया, कांस्य पदक जीता! यह और भी खास है क्योंकि यह ओलंपिक में उनका लगातार दूसरा पदक है। उनकी सफलता कौशल, दृढ़ता और टीम भावना की जीत है। उन्होंने अत्यधिक धैर्य और लचीलापन दिखाया। खिलाड़ियों को बधाई। हर भारतीय का हॉकी से भावनात्मक जुड़ाव है और यह उपलब्धि इस खेल को हमारे देश के युवाओं के बीच और भी लोकप्रिय बनाएगी।"

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