Israel Lebanon War: इजराइली सेना लेबनान में दाखिल, हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमले शुरू, अमेरिका का मिला साथ

इजराइली सेना लेबनान में दाखिल, हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमले शुरू, अमेरिका का मिला साथ
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इजराइली सेना लेबनॉन में दाखिल

Israel Lebanon War : इजराइली सेना ने मंगलवार की सुबह दक्षिणी लेबनान में कदम रख दिया है। इससे हिजबुल्लाह आतंकवादियों के खिलाफ आक्रमण में तेजी हो गई है। इजराइली सेना द्वारा ईरान समर्थित विरोधियों के खिलाफ एक वर्ष से चल रहे युद्ध में यह एक नया मोड़ है। बता दें कि, लेबनान में 18 साल बाद इजराइली सेना दाखिल हुई है। इस हमले की सूचना इजराइल ने पहले ही अमेरिका को दे दी थी।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायली सेना लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर 'लोकलाईज़ेड जमीनी हमले' कर रही है। इजराइली सेना का लेबनॉन में दाखिल होते हुए वीडियो और फोटो भी सामने आया है। बता दें कि, इजराइली सेना द्वारा लेबनान में घुसपैठ का दायरा स्पष्ट नहीं है और इज़रायली सैनिकों और हिज़्बुल्लाह लड़ाकों के बीच झड़प की तत्काल कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है।

मंगलवार को मीडिया को जारी एक वीडियो बयान में, सैन्य प्रवक्ता, रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि, सैनिक हिजबुल्लाह के खिलाफ कार्रवाई कर रहे थे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इजरायली नागरिक उत्तर में अपने घरों में लौट सकें।

साल 2006 में हुआ था हिजबुल्लाह और IDF का सामना :

18 साल बाद इजराइल ने लेबनान की सीमा में प्रवेश किया है। साल 2006 में इजराइल और इजराइली सेना के बीच 33 दिनों तक जंग चली थी। इस लेबनान के 165 तो हिजबुल्लाह के 11 सौ लोग मारे गए थे।

ईरान को आजाद कराएगा इजराइल :

बता दें कि, इजराइल इस बार बड़ी प्लानिंग करके बैठा है। पेजर ब्लास्ट और हसन नसरल्लाह की मौत के बाद प्रधानमंत्री नेतन्याहू की रेटिंग में सुधार हुआ है इसलिए इस समय वह बेहद कॉन्फिडेंट हैं। उन्होंने एक वीडियो मेसेज में कहा था कि, ज्यादातर ईरानी जानते हैं कि, उन पर राज कर रहे लोगों को उनकी कोई फिक्र नहीं है। शासन करने वाले अरबों रुपए मिडिल एस्ट को अस्थिर करने में लगा रहे हैं। हम जल्द ही ईरान को आजाद कराएंगे जिससे यहूदियों और फारसियों को शांति मिले। ईरान और इजराइल सुकून से रह सकें।

दक्षिणी लेबनान में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना का कहना है कि इजरायली सेना ने उसे एक दिन पहले ही "लेबनान में सीमित जमीनी घुसपैठ करने के इरादे" के बारे में सूचित किया था और इसे "खतरनाक घटनाक्रम" बताया था।

UNIFIL की ओर से मंगलवार को जारी बयान में यह नहीं बताया गया कि क्या इजरायली सेना को वास्तव में सीमा पार करते हुए देखा गया था। बयान में कहा गया है, "लेबनान में कोई भी सीमा पार करना लेबनान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन है, और संकल्प 1701 का उल्लंघन है," 2006 के संयुक्त राष्ट्र संकल्प का हवाला देते हुए, जिसने इजरायल और लेबनानी आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह के बीच एक महीने तक चले युद्ध को समाप्त कर दिया। "हम सभी से इस तरह के आक्रामक कृत्यों से पीछे हटने का आग्रह करते हैं, जो केवल अधिक हिंसा और अधिक रक्तपात की ओर ले जाएगा।"

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