विदेश मंत्री ने सोरोस पर साधा निशाना, कहा - उन्हें लगता है दुनिया उनके हिसाब से चले
नईदिल्ली। भारत पर सवाल उठाने वाले अमेरिकी उद्यमी जॉर्ज सोरोस की केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लताड़ लगाई। उन्होंने अमेरिकी अरबपति को खतरनाक करार दिया है। जयशंकर ने सोरोस के सवालों को खारिज करते हुए कहा कि पिछले दिनों अमेरिकी उद्योगपति जॉर्ज सोरोस ने कहा था कि गौतम अदाणी के कारोबारी साम्राज्य में मची उथल-पुथल से शेयर बाजार में बिकवाली आई है और इससे निवेश के अवसर के रूप में भारत में विश्वास हिला है।
सोरोस के बयान पर पलटवार करते हुए भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि सोरोस भारत को तो लोकतांत्रिक देश मानते हैं किन्तु प्रधानमंत्री को लोकतांत्रिक नहीं मानते। इसी तरह कुछ समय पहले ही उन्होंने भारत सरकार पर करोड़ों मुस्लिमों की नागरिकता छीनने की कोशिश का आरोप लगाया था। निश्चित रूप से यह तथ्य गलत हैं। उन्होंने कहा, 'सोरोस न्यूयॉर्क में बैठे एक बूढ़े, अमीर और जिद्दी व्यक्ति हैं जो अभी भी सोचते हैं कि दुनिया उनके विचारों के मुताबिक काम करती है।' सोरोस को 'खतरनाक' बताते हुए जयशंकर ने कहा कि ऐसे लोग वास्तव में नैरेटिव गढ़ने में अपने संसाधन खर्च करते हैं।
भारतीय लोकतंत्र में मतदाताओं की भागीदारी अभूतपूर्व
जयशंकर ने कहा कि सोरोस जैसे लोगों को लगता है कि चुनाव तभी अच्छे हैं, जब उनकी पसंद का व्यक्ति जीत जाए, लेकिन अगर चुनाव का नतीजा कुछ और होता है, तो वह उस देश के लोकतंत्र को त्रुटिपूर्ण कहने लगते हैं और यह सब एक खुले समाज की वकालत करने के नाम पर किया जाता है। जयशंकर ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र में मतदाताओं की भागीदारी अभूतपूर्व है। चुनाव के नतीजे निर्णायक हैं और चुनावी प्रक्रिया पर सवाल नहीं उठते। भारत में चुनाव के बाद इसे चुनौती देने के लिए कोई कोर्ट नहीं जाता है।