जनेऊधारी राहुल चुप सुनते रहे हिंदू देवताओं की बुराई, पादरी सनातन के खिलाफ उगलता रहा जहर, जानिए कब-कब दिया विवादित बयान
वेबडेस्क। भारत जोड़ो यात्रा पर निकले कांग्रेस नेता राहुल गांधी शुरू होते ही विवादों में पड़ गई है। इसका कारण है तमिलनाडु के कन्याकुमारी जिले के एक चर्च के कैथोलिक पादरी जोर्ज पोनैया से मुलाकात। राहुल गांधी ने कल शुक्रवार को पादरी से मुलाक़ात की थी। इस मुलाकात का आज एक वीडियो सामने आने के बाद हंगामा मच गया। हंगामे का कारण मुलाकात नहीं बल्कि मुलाकात के दौरान हुई बातें है। जो राहुल गांधी और पादरी के बीच हुई।
वायरल हो रही वीडियो क्लिप में राहुल गांधी को पूछते हुए सुना जा सकता है कि, 'क्या जीसस क्राइस्ट भगवान के एक फॉर्म हैं? क्या यह सही है? ' इस पर पादरी ने जवाब दिया कि, 'वह ही सच्चे भगवान हैं.' पौनेया यही नहीं रुके उन्होंने अपनी बात पूरी करते हुए कहा कि, 'भगवान ने खुद को एक इंसान की तहह दिखाया, एक आम इंसान की तरह… न कि किसी शक्ति की तरह… को जनेऊ
कहाँ गया राहुल का जनेऊ
खुद को जनेऊधारी हिंदू साबित करने की कोशिश करने वाले राहुल गांधी हिन्दू देवताओं के अपमान की ये बात इस वीडियो में शांति से सुनते नजर आ रहे है। वह किसी प्रकार का प्रतिकार नहीं करते दिख रहे है। वहीँ अब बात कारण पादरी पोन्नैया की तो बता दें की ये पहला मौका नहीं है जब पादरी ने हिन्दू धर्म के खिलाफ कुछ गलत बोला है। पादरी पोन्नैया के पिछले बयानों को पढ़े तो समझ आएगा की उनके मन में हिंदू धर्म और देवी-देवताओं के प्रति कितनी नफरत भरी हुई है। वे सिर्फ हिन्दू धर्म के खिलाफ ही नहीं बल्कि प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के लिए भी काई बार अनर्गल बातें कर चुके है।
कौन है पादरी पोन्नैया -
आइए बात करते है की आखिर पादरी पोन्नैया है कौन और क्यों बार-बार विवादित बयान देते है। बता दें तमिलनाडु के कन्याकुमारी में एक रोमन कैथोलिक चर्च जिसके पादरी है जॉर्ज पोन्नैया जो हिंदुस्तान और हिंदुओं के ख़िलाफ़ जमकर जहर उगलने के लिए प्रसिद्ध है। जुलाई 2021 में 'जनन्याग क्रिस्थुवा पेरवई अमाईपु' नामक एनजीओ के सलाहकार व ईसाई पादरी जॉर्ज पोन्नैयाने कन्याकुमारी के अरुमनई में कहा था, "भाजपा विधायक एम आर गाँधी इसलिए चप्पल नहीं पहनते क्योंकि वो भारत माता को दर्द नहीं देना चाहते और हम लोग इसलिए चप्पल पहनते हैं ताकि हमारे पैर गंदे न हों और भारत माता के कारण हमें कोई बीमारी न हो।"
इसी सभा में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के खिलाफ भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया था। तब उन्होंने कहा था, "नरेंद्र मोदी का आखिरी दिन सबसे दयनीय होगा। मैं लिखकर दे सकता हूँ। अगर जिन भगवान को हम पूजते हैं वो सच में जिंदा हैं तो इतिहास देखेगा कि मोदी और अमित शाह के सड़े शरीर को कुत्ते और कीड़े खाएँगे।"
दर्ज हुई एफआईआर -
पादरी ने ये बयान डीएमके के प्रचार के दौरान दिया था। उस समय पादरी के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हो गई थी। 18 जुलाई 2021 को उन्हें हिरासत में भी ले लिया गया था। 1जनवरी 2022 में पादरी जॉर्ज पोन्नैया ने अपने खिलाफ दर्ज इस FIR को रद्द करने के लिए मद्रास हाईकोर्ट में अपील थी लेकिन कोर्ट ने उनके बयान हिन्दू धर्म के खिलाफ बेहद अपमानजनक मानते हुए अपील को खारिज कर दिया था।