क्या मप्र में भी बजरंग दल पर लगेगा प्रतिबंध ? कमलनाथ ने बताया कांग्रेस का प्लान
भोपाल। कर्नाटक में कांग्रेस के घोषणापत्र को लेकर शुरू हुआ विवाद अब मप्र पहुंच गया है। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में हिन्दू संगठन बजरंद दल पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। इसके बाद से पूरे देश में हिन्दू संगठन और भाजपा कांग्रेस पर हमलावर हो गए हैं। इसे लेकर जारी बहस अब मप्र की राजनीतिक गलियारों में भी शुरू हो गई है। मप्र में भी 6 माह बाद विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में कांग्रेस और भाजपा दोनों दल इस मुद्दे को अपने-अपने हिसाब से भुनाने की कोशिशों में जुट गए हैंं। भाजपा जहां कांग्रेस के स्थानीय नेताओं से इस मुद्दे पर सवाल पूछ रहीं है। वहीँ कमलनाथ ने बताया की बजरंग दल को लेकर प्रदेश कांग्रेस की क्या योजना है।
Live : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ जी दमोह जिले की जबेरा विधानसभा के ग्राम तेजगढ़ में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे हैं। https://t.co/hKcOHojWYG
— MP Congress (@INCMP) May 3, 2023
कमलनाथ से जब एक प्रेसवार्ता के दौरान पूछा गया कि क्या मप्र में मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के घोषणापत्र में भी बजरंग दल पर पाबंदी लगाने की बात होगी। इस सवाल के जवाब में कमलनाथ ने कहा कि जो संगठन नफरत फैलाएं उन्हें बैन कर देना चाहिए। हमारे मैनिफैस्टो कमेटी की बैठक हो रही है। हम तो कहते हैं, सुप्रीम कोर्ट कह रहा है और पूरा प्रदेश कह रहा है कि जो नफरत फैलाए, विवाद करवाए उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ये आज हमारे समाजिक एकता की बात है। हनुमान जी का मंदिर बनवाने और मूर्ति बनाने के संबंध में कमलनाथ ने कहा कि हां मैंने मंदिर और मूर्ति बनाई है लेकिन ये बताइए कि बजरंग दल और हनुमान जी का क्या संबंध है।
दिग्विजय सिंह वायरल ट्वीट -
इसी बीच दिग्विजय सिंह का एक ट्वीट भी वायरल हो रहा है। जिसमें उन्होंने लिखा कि ने तो सन 2000 में SIMI और बजरंग दल दोनों को प्रतिबंधित करने के लिए प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था। लेकिन तत्कालीन केंद्र में भाजपा सरकार ने स्वीकार नहीं किया। मेरा दुर्भाग्य है की मेरी बात को समझने और स्वीकार करने में लोगों को समय लगता है। प्रभु की कृपा से अभी तक तो मेरी कही बात सच निकलती रही है। प्रभु से यही प्रार्थना है, ऐसी ही कृपा मुझ पर सदैव बनी रहे।
नरोत्तम मिश्रा ने किया पलटवार -
मप्र के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ के इस बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली कांग्रेस ने कर्नाटक में अपने घोषणा पत्र में बजरंग दल की तुलना पीएफआई से करने के साथ बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात कर करोड़ों हिंदुओं और रामभक्तों की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है। खुद को हनुमान भक्त बताने वाले कमलनाथ को बताना चाहिए कि वह अपनी पार्टी के निर्णय के पक्ष में हैं या विपक्ष में। साथ ही कमलनाथ यह भी बताएं कि दिग्विजय सिंह के बजरंग दल पर बैन करने वाले ट्विट से सहमत है या नहीं। मुझे उम्मीद है कि एक हनुमान भक्त होने के नाते आप मेरे पत्र का जवाब जरूर देंगे।