Karwa Chauth 2024: कब है करवा चौथ? जानिए शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और महत्व
करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। कहा जाता है इस व्रत को माता द्रोपती ने भगवान कृष्ण के लिए और माता पार्वती ने भोलेनाथ के लिए रखा था। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और शाम को विधि विधान के साथ पूजा पाठ करती हैं और रात में चांद निकलने के बाद फिर व्रत तोड़ती है। हिंदू धर्म में किसी भी व्रत का फल सही समय में सही तरीके से पूजा पाठ करने से ही फल की प्राप्ति होती है। तो आइए जानते हैं करवा चौथ का शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और महत्व...
करवा चौथ 2024 का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार 20 अक्टूबर यानी कल सुबह 6 बजकर 46 मिनट से चतुर्थी तिथि शुरू होगी जो कि 21 अक्टूबर की सुबह 4 बजकर 16 मिनट तक रहेगी। वहीं, करवा चौथ पर चंद्रोदय का समय शाम 7 बजकर 54 मिनट पर बताया जार हा है।
करवा चौथ का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह व्रत पहले देवी पार्वती ने भगवान भोलेनाथ के लिए रखा था। माता द्रौपदी ने भी पांडवों को संकट से मुक्ति दिलाने के लिए करवा चौथ का व्रत रखा था। करवा चौथ का व्रत विवाह के 16 से 17 सालों तक करना अनिवार्य माना जाता है।
करवा चौथ की पूजन विधि
करवा चौथ के दिन स्नान ध्यान करने के बाद चौथ माता के सामने करवा चौथ व्रत का संकल्प लेते हैं। फिर अखंड सौभाग्य के लिए निर्जला व्रत शुरू होता है। फिर शुभ मुहूर्त में चौथ मां और गणेश जी की विधि विधान से पूजा करते हैं, उन्हें गंगाजल, धूप-दीप, अक्षत, रोली, फूल, पंचामृत आदि अर्पित करते हैं। प्रसाद का भोग लगाकर सभी में बाट दें। जब चंद्रमा का उदय हो तब अर्ध्य देते हैं उसके बाद पति के हाथों जल ग्रहण कर व्रत का पारण करते हैं।