मप्र में अरविंद केजरीवाल ने भरी हुंकार, कहा - एक मौका दे दो, बिजली, शिक्षा, इलाज सब मुफ्त कर दूंगा

मप्र में अरविंद केजरीवाल ने भरी हुंकार, कहा -  एक मौका दे दो, बिजली, शिक्षा, इलाज सब मुफ्त कर दूंगा
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मप्र में सरकारें बेची-खरीदी जाती हैं। चुनाव के बाद एक पार्टी विधायक बेचती है दूसरी खरीदती है।

भोपाल। मप्र में चुनावी साल शुरू होते ही चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई है। कांग्रेस जहां सड़कों पर आंदोलन कर रही है, वहीँ भाजपा ने आज से अपना बूथ विस्तारक अभियान का आगाज कर दिया है। इसी बीच आम आदमी पार्टी भी आज से मप्र में चुनावी शंखनाद किया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मध्य प्रदेश में सरकारें बेची और खरीदी जाती हैं। यहां विधायकों की खरीदी-बिक्री पर डिस्काउंट भी मिलता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली-पंजाब में हमारी सरकार ने बिजली, इलाज और स्कूल में शिक्षा मुफ्त कर दी है। मध्यप्रदेश में भी एक मौका दीजिए, यहां भी सब मुफ्त कर देंगे। उन्होंने कहा कि काम न करूं, तो दोबारा वोट मांगने नहीं आऊंगा। केजरीवाल मंगलवार को भोपाल के भेल दशहरा मैदान पर आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी मौजूद रहे।

दरअसल, मध्यप्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) पूरी ताकत से लड़ने की तैयारी कर रही है। यहां की सभी 230 विधानसभा सीटों पर 'आप' अपने प्रत्याशी उतारेगी। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को भोपाल के भेल दशहरा मैदान में आयोजित सभा में चुनावी शंखनाद किया। केजरीवाल और मान दोपहर 3.00 बजे भोपाल पहुंचे। सभा में पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री और राज्यसभा सदस्य संदीप पाठक, विधायक भूपेन्द्र सिंह जून, प्रदेश के प्रभारी मुकेश गोयल समेत प्रदेशभर से पार्टी के हजारों कार्यकर्ता शामिल हुए।

'आप' को मौका दो, काम न करूं तो वापस वोट मांगने नहीं आऊंगा


केजरीवाल ने सभा संबोधित करते हुए कहा कि लोग कह रहे हैं कि मप्र की सबसे बड़ी समस्या मामा है। मप्र में सरकारें बेची-खरीदी जाती हैं। चुनाव के बाद एक पार्टी विधायक बेचती है दूसरी खरीदती है। कांग्रेस को वोट दो या भाजपा को। सरकार मामा की बनती है। इस बार झाड़ू पर वोट दे देना समस्या खत्म। उन्होंने कहा कि सिंगरौली में ट्रेलर देखा था अब फिल्म दिखाएंगे। कांग्रेस व भाजपा को 45 साल 20 साल मौका दिया, पर कुछ नहीं किया। इस बार आप को देकर देख लो, काम न करूं तो वापस वोट मांगने नहीं आऊंगा।

उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोगों ने मुझे 49 दिन.का मौका दिया था, फिर प्यार हो गया। दिल्ली की बात पंजाब पहुंची तो वहां भी हमारी सरकार बनी। एक मौका दे दो, बिजली फ्री दूंगा। स्कूल का कायाकल्प किया। मप्र वालों एक मौका देकर देखो, बच्चों का भविष्य बना दूंगा। दिल्ली में 50 लाख तक का इलाज मुफ्त। मप्र मौका दे तो उन्हें भी मुफ्त इलाज दूंगा। दिल्ली में 12 लाख को नौकरी दी, पंजाब में 27 हजार को। मप्र का युवा मौका दे तो सबको नौकरी देंगे। कर्मचारियों को नियमित कर देंगे। पहले धर्म की राजनीति थी, हमने काम की राजनीति शुरू की। आजादी के बाद से किसी ने स्कूल नहीं बनाए। हमें काम करना आता है। गुजरात में घुस गए 2027 में सरकार बना लेंगे। सत्येंद्र जैन ने बिजली मुफ्त दी। मोहल्ला क्लीनिक बनाए। मनीष सिसोदिया ने सरकारी स्कूलों में कमाल कर दिया। शानदार भवन है। लोग निजी स्कूलों से बच्चों को निकालकर सरकारी स्कूलों में डाल रहे हैं। दोनों को प्रधानमंत्री ने जेल भेज दिया। देश का प्रधानमंत्री कम पढ़ा लिखा होगा तो कोई भी बुद्धू बना देगा। जो अफसर कहेंगे, वही कर देंगे।

व्यापमं आजाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला

केजरीवाल ने कहा कि मप्र में व्यापमं घोटाला आजाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला है। प्रधानमंत्री को व्यापमं नहीं दिखाई दिया। लोगों ने कई घोटालों के दस्तावेज दिए। भाजपा भ्रष्टाचार करने से मना नहीं करती, बस पार्टी में आकर करो। पंजाब के मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य मंत्री को जेल भेज दिया। हमारे विधायक को भी गिरफ्तार करवा दिया। हम अपने वालों पर कार्रवाई की हिम्मत रखते हैं। मप्र में झाड़ू लगेगी, पर मेहनत करनी पड़ेगी।

राज्यों के हक मारे जा रहेः भगवंत मान


पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि मप्र की स्थिति पंजाब से मिलती जुलती है। हमारे यहां भी मालवा है। समस्याएं भी मिलती-जुलती हैं। एक साल पहले पंजाब के लोगों ने केजरीवाल के वादों पर भरोसा कर हमें चुना। हमने 26,749 युवा को नौकरी दी। हमने करप्शन के खिलाफ मुहिम चलाई। सैकड़ों रिश्वतखोर जेल में हैं। बस नीयत का फर्क है। सच्ची नीयत वाले नेताओं की कमी रह गई, वो भी हो जाए तो यह देश विश्व में छा जाए। उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि अच्छे काम करने वालों के पीछे पड़े हैं। वे चाहते हैं बच्चे न पढ़ें । क्योंकि ऐसा हुआ तो लोग सोच समझकर वोट देने लगेंगे। उन्होंने एलआईसी को खतरे में डाल दिया। तेल, रेल और भेल बेच दिया। राज्यों के हक मारे जा रहे हैं। जीएसटी में हिस्सा नहीं दे रहे हैं। नोटबंदी में 150 लोगों की मौत हो गई। ,

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