Khaleda Zia: कौन है Khaleda Zia, जो बांग्लादेश में विद्रोह के बाद बन सकती हैं प्रधानमंत्री
Khaleda Zia: बांग्लादेश छत- विछत होने की कगार पर है। प्रधानमंत्री शेख़ हसीना अपने पद से इस्तीफ़ा देकर फ़रार हैं, मंगलवार सुबह शेख़ हसीना का मिलिट्री प्लेन हिंडन एयरबेस से रवाना हो गया है। प्लेन कहां गया है, इसकी जानकारी नहीं है। हालांकि उनकी लास्ट लोकेशन भारत के ग़ाजियाबाद में देखी गई थी।
बांग्लादेश में दंगाइयों ने पीएम आवास में लूटपाट करने के साथ ही शेख मुजीब की मूर्ति भी गिराई...#AllEyesonBangladeshHindus #BangladeshViolence #BangladeshCrisis #Bangladeshi #viralvideo #swadeshnews pic.twitter.com/x2HdvTzmpi
— Swadesh स्वदेश (@DainikSwadesh) August 6, 2024
राष्ट्रपति ने शेख़ हसीना का इस्तीफ़ा लेकर पूर्व प्रधानमंत्री ख़ालिदा ज़िया को रिहा करने का आदेश दे दिया। बांग्लादेश में संसद भंग हो जाएगी, इसके बाद वहां अंतरिम सरकार का गठन होना है। मगर इन सब के बीच आख़िर राष्ट्रपति ने ख़ालिदा जिया को रिहा करने का आदेश क्यों दे दिया है। आखिर कौन है ख़ालिदा ज़िया ?
#WATCH | West Bengal: BSF DG Daljit Singh Chaudhary arrives at the Petrapole (India-Bangladesh) border in North 24 Parganas district. pic.twitter.com/s3owqIAJmp
— ANI (@ANI) August 6, 2024
कौन है ख़ालिदा ज़िया
ख़ालिदा ज़िया को शेख़ हसीना के कट्टर दुश्मनों में से एक माना जाता है। ख़ालिदा ज़िया को करीब 17 साल जेल की सजा सुनाए जाने के बाद 2018 में जेल भेज दिया गया था। उनके ऊपर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगा था। कई कयासों के बीच ये कयास लगाए जा रहें है कि ख़ालिदा ज़िया बांग्लादेश की अगली प्रधानमंत्री बन सकती हैं। 15 अगस्त 1945 को बंगाल के जलपाईगुड़ी में खालिदा जिया का जन्म हुआ था। ज़िया का राजनीतिक सफ़र उनके पति जियाउर रहमान की हत्या के बाद शुरू हुआ। जियाउर रहमान 1977 से 1981 तक बांग्लादेश के राष्ट्रपति रह चुके हैं। 1978 में उन्होंने बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की स्थापना की और फिर 1991 आते आते वह बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं।
👉 आज बांग्लादेश ने दुनिया को दिखाया कि तानाशाही और फासीवाद से कैसे निपटा जाता है। #Bangladesh #ShekhHasina#Bangladeshstudentprotest pic.twitter.com/S2ok4oL6t7
— The Politics War (@ThePoliticsWar) August 6, 2024
इसके बाद ख़ालिदा ज़िया 2001 से 2006 तक वह दूसरे कार्यकाल के दौरान भी बांग्लादेश की प्रधानमंत्री पद पर क़ाबिज़ रहीं, इसके बाद साल 2006 में उनकी सरकार का समय खत्म हो गया। साल 2007 के जनवरी माह में ख़ालिदा ज़िया राजनीतिक हिंसा और अंदरूनी कलह जूझ रहीं थीं, इसके कारण उनकी सरकार को स्थगित कर दिया गया, उस दौरान भी बांग्लादेश सेना ने वहां की सरकार को कार्यवाहक सरकार के तौर पर लिया था। इस अंतरिम शासन के दौरान ही कार्यवाहक सरकार ने जिया और उनके दोनों बेटों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा दिया था।
किसकी समर्थक हैं ख़ालिदा ज़िया
बतौर प्रधानमंत्री अगर ख़ालिदा जिया को देखा जाए तो वे पाकिस्तान और चीन की कट्टर समर्थक बताई जाती हैं। ज़िया की पार्टी कट्टरपंथी और इस्लामवादी भारत के लिए बहुत पहले से समस्या बने रहे हैं। दरअसल खालिदा जिया मूल रूप से चीन और पाकिस्तान की जबरदस्त समर्थक रही हैं, अब अगर ख़ालिदा जिया बांग्लादेश की अगली प्रधानमंत्री बनती हैं तो भारत के लिए दिक्कत वाली बात हो सकती है, हालांकि अब देखना ये होगा इन सब पर भारत क्या रूख़ अपनाता है क्योंकि खालिदा की रिहाई से बांग्लादेश की राजनीति में काफ़ी बदलाव देखने को मिल सकता है।
#Bangladesh: Students were seen protecting Temples and minorities from attacks in Bangladesh.
— Zayed Khan (@thisiszayedkhan) August 6, 2024
The footage is from Dhakeshwari Mandir in #Dhaka taken around 3 am.#AllEyesOnBangladeshiHindus लिटन दास #SheikhMujiburRahman pic.twitter.com/k5POYn5K41
जल रहा है बांग्ला देश
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को अपने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफ़ा देने के बाद वहां की कानून व्यवस्था काबू में नहीं है। अब तक वहां हो रही हिंसा में 300 लोगों की मौत हो चुकी है। बीएसएफ भारत-बांग्लादेश सीमा पर हाई अलर्ट पर है। 4 लाख से अधिक लोग सड़कों पर हैं। वहां रह रहे हिंदुओं अल्पसंख्यकों के घरों को जलाया जा रहा है, यहां तक वहां के क्रिकेटरों को निशाना बनाया जा रहा है।
As a Bangladeshi Hindu woman, I am facing relentless persecution and genocide in my homeland. My only hope for safety is to seek refuge in India.#Bangladesh #BangladeshProtests #BangladeshCrisis pic.twitter.com/NSzxil2k8c
— The UnderLine (@TheUnderLineIN) August 6, 2024