Bharat Bandh: जानिये किन राज्यों में दिख रहा है भारत बंद का असर, लोगों की क्या है डिमांड

Bharat Bandh
Bharat Bandh : नई दिल्ली। देश भर में 21 अगस्त को भारत बंद का ऐलान किया गया है। कुछ राज्यों में इसका असर दिख रहा है वहीं कुछ क्षेत्रों में कार्य सुचारु रूप से जारी हैं। इस बंद का ऐलान सुप्रीम कोर्ट के उस निर्णय के खिलाफ आया है जिसमें कोटा के अंदर कोटा लागू किये जाने की बात कही गई थी।
यहां दिख रहा भारत बंद का असर :
भारत बंद का असर सबसे ज्यादा बिहार, राजस्थान , उत्तरप्रदेश और केरल में देखने को मिल रहा है। यहां बसपा, आरजेडी, जेएमएम और चंद्रशेखर आजाद की पार्टी में इस बंद का समर्थन किया है। कांग्रेस भारत बंद के समर्थन को लेकर संशय में थी।
लोगों की क्या मांग है :
भारत बंद का आवाहन करने वाले संगठनों की मांग है कि, सुप्रीम कोर्ट अपना निर्णय वापस ले। सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिया गया यह निर्णय आरक्षण नीति के खिलाफ है। एक मांग यह भी उठाई जा रही है कि, सरकारी नौकरी में पदस्थ एससी - एसटी और ओबीसी कर्मचारियों का आंकड़ा जारी किया जाए।
जानकारी के अनुसार, बिहार के जहानाबाद में भारत बंद समर्थकों ने उंटा में NH 83 को अवरुद्ध कर दिया है। 'आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति' एक दिवसीय भारत बंद का आयोजन कर रही है। यहां लोगों को आवाजाही में खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बिहार में प्रदर्शन भी जारी :
आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के विरोध में 'आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति' आज एक दिन का भारत बंद कर रही है। बिहार में कई जगह लोग प्रदर्शन भी कर रहे हैं।
सपा अध्यक्ष ने समर्थन में जारी किया बयान :
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि, "आरक्षण की रक्षा के लिए जन-आंदोलन एक सकारात्मक प्रयास है। ये शोषित-वंचित के बीच चेतना का नया संचार करेगा और आरक्षण से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ के ख़िलाफ़ जन शक्ति का एक कवच साबित होगा। शांतिपूर्ण आंदोलन लोकतांत्रिक अधिकार होता है।"
"बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी ने पहले ही आगाह किया था कि संविधान तभी कारगर साबित होगा जब उसको लागू करनेवालों की मंशा सही होगी। सत्तासीन सरकारें ही जब धोखाधड़ी, घपलों-घोटालों से संविधान और संविधान द्वारा दिये गये अधिकारों के साथ खिलवाड़ करेंगी तो जनता को सड़कों पर उतरना ही होगा। जन-आंदोलन बेलगाम सरकार पर लगाम लगाते हैं।"