Radha Ashtami 2024: आज राधा अष्टमी पर जानिए श्रीकृष्ण का राधा जी से विवाह नहीं होने का कारण, पुराण में वर्णित

आज राधा अष्टमी पर जानिए श्रीकृष्ण का राधा जी से विवाह नहीं होने का कारण, पुराण में वर्णित
भगवान श्री कृष्णा और राधा रानी का नाम आते ही हर किसी के मन में प्रेम की परिभाषा आ जाती है दोनों एक-दूसरे के बिना अधूरे हैं। लेकिन आपने कभी सोचा दोनों का विवाह क्यों नहीं हुआ।

Radha Ashtami 2024: आज देशभर में राधा अष्टमी बनाई जा रही है यह राधा रानी को समर्पित होती है। जैसा कि जानते हैं हम भगवान श्री कृष्णा और राधा रानी का नाम आते ही हर किसी के मन में प्रेम की परिभाषा आ जाती है दोनों एक-दूसरे के बिना अधूरे हैं। लेकिन आपने कभी सोचा दोनों का विवाह क्यों नहीं हुआ। इसे लेकर पौराणिक कथा में वर्णन मिलता है।

पौराणिक कथा के अनुसार

यहां पर पौराणिक कथा या गर्ग संहिता के मुताबिक, कृष्ण जब बचपन में नंद बाबा की गोद में खेल रहे थे। तभी उन्हें एक अद्भुत शक्ति का आभास हुआ जो कोई नहीं बल्कि राधा थीं। वो तुरंत ही बाल अवस्था को छोड़ कर यौवनावस्था में आ गए।ऐसा माना जाता है कि इसी समय ब्रह्मा जी ने राधा-कृष्ण का विवाह करवाया था। विवाह होने के बाद सब कुछ सामान्य हो गया।विवाह के बाद ही ब्रह्मा जी और राधा जी भी अंतर्ध्यान हो गए और कृष्ण भी अपनी बाल अवस्था में वापस आ गए। कहा जाता हैं कि, राधा कृष्ण से उम्र में 11 महीने बड़ी थी और दोनों का प्रेम आध्यात्मिक था इसलिए वह कभी शादी के बंधन में नहीं बंधे।

माता रुक्मणि थी राधा जी की रूप

पौराणिक कथाओं के अनुसार, राधा को रुक्मणी का आध्यात्मिक अवतार भी माना जाता है। अब इन कथाओं की मानें तो राधा-कृष्ण का विवाह सीधे तौर पर तो नहीं हुआ लेकिन दोनों जीवन भर एक-दूसरे से प्रेम करते रहे।ब्रह्मावैवर्त पुराण के अनुसार ही राधा का विवाह यशोदा के भाई रायान गोपा से हो गई थी और राधा रिश्ते में कृष्ण की मामी लगने लगी थी, इसलिए भी उन्होंने शादी नहीं की थी। ऐसा भी कहा जाता है कि राधा ने अपना घर छोड़ दिया था और एक परछाई अपने घर पर छोड़ी थी, उसी से गोपा की शादी की गई थी।

Tags

Next Story