महाराष्ट्र के रायगढ़ में भूस्खलन, 32 लोगों की मौत, 70 से अधिक लापता
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रायगढ़। महाराष्ट्र के कई इलाकों में शनिवार रात से रुक-रुक भारी बारिश का दौर जारी है।जिससे कोल्हापुर, रायगढ़, रत्नागिरी, पालघर, ठाणे और नागपुर के कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। रायगढ़ जिले के ग्राम तलई में पहाड़ी का एक हिस्सा धसककर 35 घरों पर गिरने से 32 लोगों की मौत हो गई है। घटनास्थल पर 80 लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। तलई गांव में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और नौसेना की टीम राहत एवं बचाव कार्य में जुटी है।
रायगढ़ जिले की जिलाधिकारी ने बताया कि तलई गांव में गुरुवार की रात पहाड़ी का हिस्सा धसककर यहां 35 घरों पर गिर गया। इस घटना में 35 घर पूरी तरह ध्वस्त हो गए। आज सुबह से ही घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है। अब तक 32 शव निकाले गए हैं। तलई गांव पहाड़ी क्षेत्र में है, इसलिए रात को यहां हेलीकाप्टर नहीं उतर सका था और इस कारण आज सुबह से ही यहां राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया जा सका।
विधान परिषद में गूजा मामला -
विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष प्रवीण दरेकर ने कहा कि घटनास्थल पर हाहाकार मचा हुआ है। ग्रामीणों में तीव्र असंतोष फैला हुआ है। प्रशासन का घटनास्थल पर अता-पता नहीं है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को तत्काल प्रधानमंत्री से बात कर घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य तेज करना चाहिए।सांसद सुनील तटकरे ने बताया कि रायगढ़ में पिछले 24 घंटे में 300 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इसलिए मुंबई -गोवा राजमार्ग बंद हो गया था। इसी वजह से घटनास्थल पर सरकारी महकमा पहुंच नहीं सका था। सुबह से यहां राहत एवं बचाव कार्य शुरू है। राज्य सरकार यहां प्रभावित लोगों को मदद पहुंचाने का हर संभव प्रयास कर रही है। इस घटना पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए।