संसद में दिन भर छाया रहा राहुल गांधी के बयान का मुद्दा, कार्यवाही बार-बार हुई बाधित
नईदिल्ली। बजट सत्र के दूसरे भाग के दूसरे दिन मंगलवार को हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही नहीं चल सकी। हालांकि, राज्यसभा में थोड़े समय के लिए ऑस्कर पुरस्कार जीतने पर आरआरआर और एलिफेंट विस्पर पर संक्षिप्त चर्चा हुई, लेकिन कार्यवाही पहले दो बजे तक और फिर दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
लोकसभा में सुबह सदन की शुरुआत होते ही ही विपक्ष की ओर से अडानी और हिंडनबर्ग से जुड़े मुद्दे को उठाया गया। वहीं सत्ता पक्ष राहुल गांधी के विदेश में दिए बयान का मुद्दा उठाता रहा। इस दौरान अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी नेताओं को प्रश्नकाल चलने देने का अनुरोध किया। लेकिन, हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। फिर दोपहर दो बजे के बाद सदन को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया।वहीं राज्यसभा की कार्यवाही हंगामे के चलते मंगलवार को दोपहर दो बजे तक और फिर दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामा विपक्ष की ओर से अडानी-हिंडनबर्ग मामले पर चर्चा की मांग और दूसरी तरफ सत्ता पक्ष की ओर से राहुल गांधी की विदेश में की गई टिप्पणी पर कड़े रुख के चलते हुआ।
आरआरआर और एलिफेंट विस्पर की टीम को बधाई
राज्यसभा में कार्यवाही की शुरुआत ऑस्कर में फिल्म आरआरआर और एलिफेंट विस्पर पर संक्षिप्त चर्चा के साथ हुई। इस दौरान फिल्म और कला जगत से जुड़े सदन के सदस्यों तथा विभिन्न पार्टियों के नेताओं ने दोनों से जुड़ी टीम को बधाई दी।इसके बाद राज्यसभा में सदन के नेता व केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने राहुल गांधी की विदेश में की गई टिप्पणी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता ने देश के बाहर जाकर यह बयान दिया है। इसके पीछे कोई मंशा छिपी हुई लगती है। उन्हें सदन से माफी मांगनी चाहिए। गोयल ने अन्य पार्टियों की चुप्पी और समर्थन पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि बाकी पार्टियों की इस मुद्दे पर चुप्पी शर्मनाक है। यह चिंता का विषय है कि अन्य पार्टियां उनके बयान पर कुछ नहीं कह रहीं।
संसद की कार्यवाही के विषय पर की गई टिप्पणियों को सदन में उठाया
इसके बाद हंगामे को बढ़ता देख सभापति जगदीप धनखड़ ने कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। बाद में कार्यवाही के दोबारा शुरू होने पर पीयूष गोयल ने कहा कि कांग्रेस नेता ने संसद पर टिप्पणी की है और दोनों सदन इसमें आते हैं। उनकी इस बात का समर्थन केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने भी किया। उन्होंने कुछ उदाहरण देते हुए कहा कि संसद की कार्यवाही के विषय पर की गई टिप्पणियों को सदन में उठाया जा सकता है।पूरे विषय पर सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि वे वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करने के बाद इस विषय पर कोई राय रखेंगे और सदन को इससे अवगत करायेंगे। इसके बाद कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया।