लाड़ली बहना योजना नहीं, शिवराज सिंह चौहान की इस योजना से कॉपी की गई है महाराष्ट्र की लाड़ला भाई योजना...
मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में लागू हुई 'लाडली बहना योजना' की सफलता के बाद महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के लड़कों के लिए 'लाडला भाई योजना' शुरू की है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज इस खास योजना की घोषणा की है।
आइए जानें इस नई योजना के तहत लड़कों को क्या-क्या लाभ मिलेंगे। और यह योजना लाड़ली बहना योजना से कितनी अलग है।
लाड़ला भाई योजना योजना में क्या क्या लाभ दिए जाएंगे?
इस योजना के तहत युवाओं को उनकी शैक्षणिक योग्यता के आधार पर विभिन्न वित्तीय लाभ प्रदान किए जाएंगे।
- 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाले युवाओं को सरकार की ओर से मिलेंगे 6,000 रुपये प्रति माह।
- डिप्लोमा करने वालों को मिलेंगे 8,000 रुपये प्रति माह
- ग्रजेुएट करने वाले युवाओं को मिलेंगे 10,000 रुपये प्रति माह
इसके अलावा लाडला भाई योजना के अंतर्गत, युवा एक साल के लिए किसी फैक्ट्री में अप्रेंटिसशिप करेंगे, जहां कार्य अनुभव प्राप्त होगा, जो उन्हें उस अनुभव के आधार पर नौकरी हासिल करने में मदद करेगा।
योजना के बारे में बार करते हुए महाराष्ट्र के सीएम शिंदे ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य एक कुशल कार्यबल तैयार करना है।
"यह योजना न केवल राज्य के उद्योगों को बल्कि पूरे देश के उद्योगों को भी कुशल युवा प्रदान करेगी। सरकार युवाओं को उनकी नौकरी में कुशल बनने में मदद करने के लिए उनकी अप्रेंटिसशिप के दौरान भुगतान करेगी।"
महाराष्ट्र सरकार द्वारा लाई गई यह योजना बेरोजगारी को कम करने के लिए एक कदम है, शिंदे का कहना है कि “सरकार महाराष्ट्र के युवाओं को कारखानों में अप्रेंटिसशिप के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगी, जहाँ उन्हें कार्य अनुभव प्राप्त होगा। इस योजना के माध्यम से, युवाओं को सरकार द्वारा प्रदान किए जाने वाली वित्तीय सहायता के साथ कारखानों में अप्रेंटिसशिप भी मिलेगी”
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना से कॉपी की गई है लाड़ला भाई योजना
लाड़ला भाई योजना की घोषणा के तुरंत बाद लोग इसे लाड़ली बहना योजना से जोड़ रहे हैं लेकिन योजना के बारे में विस्तार से पढ़ने पर यह समझमें आता है कि यह योजना शिवराज सिंह चौहान द्वारा लाई गई मुख्यमंत्री सीखो कमाओं योजना से मेल खाती है।
इस योजना के जरिए सरकार बेरोजगार युवाओं ट्रेनिंग देकर उनके लिए रोजगार उपलब्ध करवाने का प्रयास कर रही है, जिसमें युवाओं को हर महीने 8000 से 10000 रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती है। इस योजना का उद्देश्य देश के बेरोजगार युवाओं को अपने पैरों में खड़े करना भी है।
मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना में भी मध्यप्रदेश सरकार ने युवाओं को काम दिलाने के साथ - साथ मासिक भत्ता देना प्रारंभ किया था। विधानसभा चुनाव से पहले इस योजना पर काफी ध्यान दिया गया था। लेकिन चुनाव के बाद यह योजना चर्चाओं से काफी दूर नजर आ रही है।
शासकीय नौकरियों में भर्ती करने के साथ-साथ स्व-रोजगार की कई योजनाएं मध्यप्रदेश में निरंतर चल रही हैं।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 25, 2023
युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए हमने "मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ" योजना भी लॉन्च कर दी है। pic.twitter.com/p4vYs7zL8F
मामा ने दिए हैं पंख
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) August 22, 2023
छूना है SKY#मुख्यमंत्री_सीखो_कमाओ_योजना #MMSKY pic.twitter.com/g92pY0ZAxI
लाड़ली बहना योजना से कॉपी किया गया लाड़ला भाई योजना का नाम...
इसमें कोई संदेह नहीं है कि मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान द्वारा लाई गई लाड़ली बहना योजना ने भारतीय जनता पार्टी को भारी बहुमतों से विजय दिलाई है। इस योजना के तहत मध्यप्रदेश सरकार द्वारा हर महीने राज्य की महिलाओ को 1250 रुपए की आर्थिक सहायता राशि प्रदान करती है।