Real Hero of IC 814 Kandahar Hijack: मिलिए आईसी 814 हाईजैक फ्लाइट के कैप्टन देवी शरण से जिन्होनें बचाई 187 लोगों की जान...
24 दिसंबर, 1999 की वो सर्द रात, जब इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट IC 814 काठमांडू से दिल्ली के लिए उड़ान भर रही थी, कोई साधारण उड़ान नहीं थी। इस उड़ान के इतिहास में दर्ज होने के पीछे सबसे बड़ा कारण था उसका हाईजैक होना।
पांच नकाबपोश आतंकवादियों द्वारा इस फ्लाइट का अपहरण कर लिया गया था। उस समय कैप्टन देवी शरण, फर्स्ट ऑफिसर राजिंदर कुमार, और फ्लाइट इंजीनियर अनिल कुमार जगिया, इस संकटपूर्ण स्थिति का सामना कर रहे थे।
इस विमान में 188 यात्रियों की सुरक्षा और वापसी की जिम्मेदारी कैप्टन देवी शरण पर थी, जो कि 37 वर्ष के थे।
विकट परिस्थिति में हीरो बनें कैप्टन देवी शरण
कैप्टन देवी शरण उस समय अपने परिवार के साथ छुट्टी मनाने की योजना बना रहे थे। लेकिन इस घटना ने उनकी योजनाओं को बदल दिया। इस हाईजैक के दौरान शरण ने जिस संयम और साहस का परिचय दिया, वह प्रेरणादायक है।
आतंकवादियों के कब्जे में रहते हुए उन्होंने अपनी सूझबूझ और कौशल से न केवल अपने साथी पायलटों और क्रू को बल्कि सभी यात्रियों को भी सुरक्षित रखा।
हाईजैक के दौरान महत्वपूर्ण क्षण
कैप्टन देवी शरण की पुस्तक, "फ्लाइट इनटू फियर", जिसे उन्होंने श्रींजॉय चौधरी के साथ मिलकर लिखा है, इसमें उन्होनें अपने अनुभवों को शेयर किया है। नेटफ्लिक्स की सीरीज "IC 814: द कंधार हाईजैक" में इस पुस्तक की बड़ी भूमिका रही है।
शरण ने एक साक्षात्कार में बताया कि जब लाहौर एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) ने विमान को उतरने की अनुमति देने से इनकार कर दिया, तो उन्होंने क्रैश लैंडिंग का नाटक करने की योजना बनाई। यह उनकी चतुराई और साहस का ही परिणाम था कि एटीसी ने तुरंत रनवे खोल दिया, और विमान सुरक्षित रूप से लाहौर में उतरा।
इस संकट के समय कैप्टन देवी शरण की बहादुरी को न केवल भारतीय सरकार और जनता ने सराहा, बल्कि उनके परिवार ने भी उनके साहस और समर्पण को गर्व से देखा। अपहरण के बाद, जब फ्लाइट सुरक्षित रूप से वापस आई, तो शरण को एक हीरो की तरह स्वागत किया गया। उनकी बहादुरी और उनकी सूझबूझ ने उन्हें भारतीय इतिहास के नायकों की श्रेणी में जगह दिलाई।
नेटफ्लिक्स की सीरीज़ में विजय वर्मा का किरदार
हाल ही में नेटफ्लिक्स की नई सीरीज "IC 814: द कंधार हाईजैक" में कैप्टन देवी शरण की भूमिका को एक बार फिर से लोगों के सामने लाया गया है।
इस सीरीज़ में अभिनेता विजय वर्मा ने कैप्टन शरण का किरदार निभाया है, और उन्होंने इसे बखूबी निभाया है। इस सीरीज़ ने 1999 की इस रोमांचक घटना को फिर से जीवंत कर दिया है और दर्शकों को उस समय की घटनाओं की याद दिलाई है।
कैप्टन देवी शरण का नाम भारतीय विमानन इतिहास में हमेशा सुनहरे अक्षरों में लिखा जा चुका है। उनका साहस, धैर्य, और दृढ़ संकल्प आज भी हमें प्रेरित करता है और यह याद दिलाता है कि कठिनाइयों के समय में, एक सच्चा आदमी वही है जो दूसरों की सुरक्षा और भलाई के लिए अपने निजी हितों को पीछे छोड़ देता