दिल्ली में 'दुमका कांड', हिंदू बनकर छात्रा से की दोस्ती, सच्चाई जनने पर मिलने से किया इंकार तो मारी गोली
नईदिल्ली। दिल्ली में भी दुमका जैसी घटना सामने आई है। दक्षिणी दिल्ली के संगम विहार इलाके में रहने वाली 11 वीं की एक छात्रा को उसके दोस्त ने सिर्फ इसलिए गोली मार दी क्योंकि उसने मिलने से इंकार कर दिया था। छात्रा सोशल मीडिया के जरिए आरोपी के संपर्क में थी। छात्रा ने आरोपी से बात करना बंद कर दिया था।
पुलिस के अनुसार, बीते 25 अगस्त को 2 लड़कों ने अपने ही इलाके में रहने वाली 16 साल की एक नाबालिग को बीच सड़क पर सरेआम गोली मार दी थी। पीड़िता के पिता का आरोप है की मुख्य आरोपी अमानत अली ने पहले सोशल मीडिया पर एक हिंदू लड़के के नाम से आईडी भी बनाई थी और बेटी से दोस्ती भी की थी, लेकिन जब बेटी को मुख्य आरोपी का असली नाम पता चला तो उसने उससे दोस्ती तोड़ दी थी. लेकिन इसके बाद भी आरोपी लड़की को लगातार परेशान करता रहा। विरोध के बावजूद आरोपी और उसके साथ नाही माने। ने उन्होंने करीब एक माह पहले पीड़िता के घर की खिड़की का शीशा पत्थर मार कर तोड़ दिया था। जिसकी शिकायत परिवार ने पुलिस से की थी लेकिन समय रहते पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। जिससे आरोपी का हौसला बढ़ता चला गया।
पुलिस के अनुसार, 25 अगस्त को छात्र जब अपनी मां और छोटे भाई के साथ कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल से पढ़कर वापस घर आ रही थी। उस समय मुख्य आरोपी अमानत अली के दोस्तों ने लड़की को घर से 150 मीटर की दूरी पर गोली मार दी। जोकि उसके कंधे पर लगी। जिसके बाद लड़की खून से लथपथ जमीन पर गिर पड़ी थी. आनन फानन में उसे पास के ही बत्रा अस्पताल में भर्ती कराया गया। अभी पीड़िता खतरे से बाहर है।
झारखंड के दुमका जिले में भी ऐसा ही एक मामला हाल ही में सुर्ख़ियों में रहा है। जहां एक नाबालिग छात्रा को आरोपी ने सिर्फ इसलिए जला दिया क्योंकि उसने आरोपी से बात करने से मना कर दिया था। बाद में इलाज के दौरान छात्रा की मौत हो गई थी, जिसके बाद आरोपी शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया गया है। शाहरुख को कड़ी सजा दिलवाने के लिए देशभर में प्रदर्शन किए जा रहे हैं। अब सवाल ये उठता है की आखिर हमारी बेटियां क्यों इन सिर फिरे आशिकों की सनक का शिकार हो रही है। नाम और रूप बदलकर बेटियों के साथ छल पकडे जाने पर क़त्ल, ये नीति आखिरी कहां से आई है और इस पर रोक कैसे लगेगी। इसके