सीएम शिवराज सहित प्रदेश के अनेक दिग्गज अब राजस्थान में करेंगे चुनाव प्रचार

सीएम शिवराज सहित प्रदेश के अनेक दिग्गज अब राजस्थान में करेंगे चुनाव प्रचार
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भोपाल/स्वदेश वेब डेस्क। मध्य प्रदेश में बुधवार को शांतिपूर्ण मतदान संपन्न हो गया। अब प्रदेश की दोनों प्रमुख पार्टियों (कांग्रेस और भाजपा) के नेता राजस्थान में चुनाव प्रचार करेंगे। इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रमुख रूप से शामिल हैं।

राजस्थान में 200 सीटों के लिए सात दिसम्बर को मतदान होना है। इसके लिए सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस ने अपने-अपने घोषणा पत्र जारी कर दिए हैं और दोनों ही पार्टियों ने किसानों, महिलाओं और युवाओं पर फोकस किया है। जीत के लिए दोनों पार्टियां अपनी पूरी ताकत लगा रही हैं। राजस्थान का इतिहास रहा है कि यहां हर बार सत्ता परिवर्तन होता है। ऐसे में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनकी सरकार का भविष्य दांव पर है। भाजपा और कांग्रेस के बीच सत्ता की अदला-बदली होते रहने से कांग्रेस इस बार आश्वस्त नजर आ रही है। इसके बावजूद वह कोई कोर कसर बाकी नहीं रखना चाहती। ऐसे में भाजपा-कांग्रेस मध्य प्रदेश के नेताओं को राजस्थान भेजने की तैयारी में है।

एक तरफ भाजपा है, जो दूसरी बार सरकार बनाने का दावा कर रही है। वहीं, पांच सालों से सत्ता से बाहर कांग्रेस वापसी के लिए आतुर है। दोनों दल उन नेताओं का भरपूर उपयोग करेंगे, जिनकी राजस्थान में रिश्तेदारी, संपर्क या लोकप्रियता है। भाजपा-कांग्रेस इन जिलोंं के बड़े नेताओं का उपयोग भी राजस्थान के सियासी समीकरण साधने में करने जा रही हैं। शिवराज सिंह चौहान आम आदमी की छवि के कारण देश के लोकप्रिय मुख्यमंत्रियों में से एक हैं। वे राजस्थान में पांच स्थानों पर सभाएं कर सकते हैं। गुरुवार को उनका राजस्थान में सभाएं करने का चुनावी दौरा तैयार हो गया है। केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को राजपूत वोट बैंक साधने के लिए राजस्थान में चुनाव प्रचार करने के लिए बुलाया गया है, क्योंकि उनके पुत्र देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर रामू का विवाह जयपुर में हुआ है।

इसके अलावा राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की बहन यशोधरा राजे भी चुनाव प्रचार में शामिल होंगी। जबकि डॉ. नरोत्तम मिश्रा की राजस्थान मेंं रिश्तेदारी है और मैनेजमेंट में माहिर व अच्छे वक्ता हैं, इसीलिए राजस्थान में वे भी चुनाव प्रचार की कमान संभालेंगे। केंद्रीय मंत्री थावरचंद गेहलोत की राजस्थान में रिश्तेदारी होने के साथ-साथ उदयपुर, चित्तौडगढ़ और बांसवाड़ा में वर्चस्व है।

वहीं, कांग्रेस में ज्योतिरादित्य सिंधिया एक बड़ा चेहरा हैं। ग्वालियर-चंबल से जुड़े राजस्थान के इलाके में लोकप्रियता, सचिन पायलट से निकटता के चलते उन्हें राजस्थान में चुनाव प्रचार की कमान सौंपी गई है। कमलनाथ राष्ट्रीय नेता हैं और दिग्जिवय सिंह की राजस्थान में रिश्तेदारी और अच्छा संपर्क होने से उन्हें भी राजस्थान में प्रचार के लिए बुलाया गया है। इसके अलावा मध्यप्रदेश से भाजपा-कांग्रेस के अन्य नेता भी राजस्थान में चुनाव प्रचार करते नजर आएंगे।

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