MPPSC Pre 2024 Paper Leak : निर्धारित समय पर होगी परीक्षा, आयोग ने कहा - अफवाहों पर न दें ध्यान
MPPSC Pre 2024 Paper Leak
MPPSC Pre 2024 Paper Leak : भोपाल, मध्यप्रदेश। रविवार, 23 जून को होने वाली मध्यप्रदेश राज्य सेवा आयोग की प्रीलिम्स परीक्षा 2024 का प्रश्न पत्र लीक हो गया है - ऐसा दावा कुछ मीडिया संस्था द्वारा किया जा रहा है। अब राज्य सेवा आयोग ने इन दावों को अफवाह बताते हुए छात्रों के लिए जरूरी सूचना जारी की है। आयोग का कहना है कि, परीक्षा तय समय पर ही होगी।
सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि, टेलीग्राम पर एमपीपीएससी 2024 का प्री एग्जाम का पेपर लीक हुआ है। इसका सौदा भी मात्र 25 सौ रुपए में किया जा रहा है। कुछ चैट्स के स्क्रीन शॉट शेयर किए गए हैं जिनमें पेपर के लिए सौदा किया जा रहा है। इन दावों में कितनी सच्चाई है यह अब रविवार को होने वाली परीक्षा के बाद ही पता चलेगा।
मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग का कहना है कि, 'सोशल मीडिया और कुछ अन्य लोगों से शिकायतें मिली है। मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा राज्य सेवा एवं राज्य वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा-2024 दिनांक 23 जून को सुबह 10:00 से 12:00 एवं दोपहर 02:15 से 04:15 बजे तक, दो सत्रों में, प्रदेश के 55 संभाग, जिला मुख्यालयों पर आयोजित की जा रही है।'
MPPSC पेपर लीक की खबर निराधार और भ्रामक :
'सोशल मीडिया तथा कुछ अन्य प्रचार माध्यमों के द्वारा निराधार भ्रामक खबरें प्रसारित हो रही हैं। उक्त परीक्षा की गोपनीयता एवं शुचिता के संबंध में हो रहे भ्रामक समाचारों को संज्ञान में न लें, न ही उन्हें प्रसारित करें। परीक्षा निर्धारित तिथि, नियत समय पर ही संपूर्ण दिशा निर्देशों का पालन करते हुए आयोजित की जाएगी।'
इस पूरे मामले में एमपीपीएससी के ओएसडी रविंद्र पंचभाई का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि, जांच की जाएगी। आयोग ने जो पेपर सेट किया है वह हमारे पास नहीं है। पेपर लीक (MPPSC Paper Leak) हुआ है या नहीं इस बात की पुष्टि पेपर के बाद ही की जा सकेगी।
क्या लीक हुआ है MPPSC का पेपर :
यह सवाल सभी छात्रों के मन में है। कई पेपर ऑनलाइन शेयर किये जा रहे हैं। राज्य सेवा आयोग ने तो ऐसे किसी भी दावे को भ्रामक प्रचार बताया है। MPPSC - 2024 का प्रीलिम्स पेपर इस समय ट्रेजरी में है। ऐसे में एक्सपर्ट्स पेपर लीक के दावे को गलत मान रहे हैं। इनका कहना है कि साल 1956 से पेपर हो रहा है अब तक लीक नहीं हुआ। छात्रों को परेशान होने की आवश्यकता नहीं।