मुरैना-रीवा निगम में कांग्रेस जीती, देवास-रतलाम भाजपा को मिली, कटनी में निर्दलीय ने बनाई बढ़त
भोपाल। मध्य प्रदेश में आज दूसरे चरण की 5 नगर निगम मुरैना, रतलाम, कटनी, देवास और रीवा को नई नगर सरकार मिल जाएगी। दूसरे चरण में 5-0 की उम्मीद लगाकर बैठे भाजपा नेताओं को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस ने पहले मुरैना और रीवा निगम जीतकर भाजपा के मंसूबों पर पानी फेर दिया है। वहीँ कटनी में भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़ रही निर्दलीय प्रत्याशी बड़े उलटफेर की और बढ़ रही है। भाजपा को देवास और रतलाम की महापौर सीट मिली है।
मुरैना में कांग्रेस प्रत्याशी शारदा सोलंकी ने 12874 वोटों से जीत दर्ज की।वहीँ परिषद में भी भाजपा की संख्या घटी है। परिषद में किसी भी एक दल को पोर्न बहुमत नहीं मिला है। कांग्रेस के 15, भाजपा के 10 और निर्दलीय एवं अन्य दलों के 22 पार्षदों ने जीत दर्ज की है।
रीवा में 24 साल बाद कांग्रेस की वापसी हुई है। यहाँ से कांग्रेस महापौर प्रत्याशी अजय मिश्रा ने 9 हजार से ज्यादा वोटों से भाजपा उम्मीदवार प्रबोध व्यास को हराया। 1998 के बाद ये पहला मौका है जब जनता ने कांग्रेस के हाथों में मेयर की सीट थमाई है। वहीँ परिषद के लिए 45 वार्डों में से अब तक भाजपा- कांग्रेस के सात-सात पार्षद जीत चुके है। 5 निर्दलीयों के खाते में गई है। शेष पर मतगणना जारी है।
देवास निगम में भाजपा को बड़ी जीत मिली है। यहां बीजेपी प्रत्याशी गीता अग्रवाल ने 45884 वोटों से जीत दर्ज की है।कांग्रेस की विनोदनी व्यास दूसरे और निर्दलीय प्रत्याशी मनीषा चौधरी तीसरे स्थान पर रही है। इसके आलावा रतलाम में भी भाजपा प्रत्याशी प्रत्याशी प्रहलाद पटेल की जीत तय हो गई है। उन्हें 76 हजार 237 वोट मिल चुके हैं। वे इस समय कांग्रेस उम्मीदवार से 8,500 वोट से आगे चल रहे हैं। रतलाम की 49 में से 30 सीटों पर भाजपा का कब्जा हो गया है। कांग्रेस ने 16 और निर्दलीय प्रत्याशियों ने तीन सीटें जीती हैं।
कटनी नगर निगम के परिणाम ने सभी को हैरत में डाल दिया है। यहाँ से भाजपा से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ रही प्रीति संजीव सूरी अपनी निकटतम भाजपा महापौर प्रत्याशी ज्योति दीक्षित से पांच हजार 237 मतों की निर्णायक बढ़त हासिल कर ली है। प्रीति सूरी को अभी तक 43 हजार 969 जबकि ज्योति दीक्षित को 38 हजार 732 मत मिले हैं। कांग्रेस उम्मीदवार श्रेया खंडेलवाल 21 हजार 308 जबकि आम आदमी पार्टी की शशि प्रभा तिवारी को दो हजार 480 वोट मिले हैं।
बता दें की पहले चरण की 11 नगर निगमों के 17 जुलाई को परिणाम आए थे। भाजपा ने भोपाल, इंदौर, खंडवा, बुरहानपुर, उज्जैन, सागर और सतना में महापौर पद पर जीत हासिल की थी। जबलपुर, ग्वालियर और छिंदवाड़ा में कांग्रेस के मेयर बने। वहीँ सिंगरौली में आम आदमी पार्टी रानी अग्रवाल महापौर चुनी गईं। उल्लेखनीय है की साल 2015 के निकाय चुनाव में भाजपा ने सभी 16 नगर निगमों में एकतरफा जीत हासिल की थी। साथ साल बाद हो रहे चुनाव में भाजपा के हाथ से 7 निगम जा चुकी है। जिसमें से 5 पर कांग्रेस, 1 पर आप और 1 पर निर्दलीय का कब्ज़ा होता दिख रहा है।