Life Support guidelines: मरीजों का लाइफ सपोर्ट हटाने को लेकर जारी नई गाइडलाइन, बस याद रखनी होगी ये शर्ते
Life Support Guidelines : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा समय-समय पर मरीजों के लिए सुविधाएं और सहूलियत दी जाती है वहीं पर हाल ही में निष्क्रिय इच्छामृत्यु यानी गंभीर रूप से बीमार मरीजों का लाइफ सपोर्ट हटाने को लेकर नई गाइडलाइन जारी करने से जुड़ा ड्राफ्ट तैयार किया गया है। इसके अलावा नई शर्ते भी जारी की गई है।
शर्तो में इन बातों का रखना होगा ध्यान
आपको बताते चलें कि, लाइफ सपोर्ट हटाने को लेकर नई गाइडलाइन में शर्तो को शामिल किया गया है। इसके अनुसार फैसला तभी लिया जाएगा जब मरीज के लिए उचित समझा जाएगा। शर्तो में यह भी कहा गया है कि गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीज को लाइफ सपोर्ट से कोई फायदा होने की संभावना नहीं है, या लाइफ सपोर्ट पर रखने से मरीज की तकलीफ बढ़ने और गरिमा को नुकसान पहुंचने की संभावना हो। इसे लेकर भी गाइडलाइन में ध्यान रखा जाएगा।
डॉक्टर्स नेक नियत से लेते हैं फैसला
लाइफ सपोर्ट की इस नई गाइडलाइन को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के प्रेसिडेंट डॉ. आर.वी. अशोकन ने अपनी बात रखी है। इस नई गाइडलाइन को लेकर डॉक्टर में तनाव देखा जा रहा है क्योंकि यह कानूनी जांच के दायरे में आने वाली प्रक्रिया है। मरीज को लाइफ सपोर्ट दिए जाने को लेकर डॉक्टर परिजन से बातचीत करते हैं और स्थिति को समझते हैं। हर पहलू पर अच्छे से गौर करने के बाद ही फैसला लिया जाता है।
ड्राफ्ट में इस बीमारी को भी किया परिभाषित
आपको बताते चलें कि, इस नई गाइडलाइन के तहत टर्मिनल बीमारी को शामिल किया गया है जिसमें ऐसी अपरिवर्तनीय या लाइलाज स्थिति के रूप में परिभाषित किया गया है, जिसमें निकट भविष्य में मृत्यु की बड़ी संभावना रहती है। इसमें वे गंभीर मस्तिष्क चोटें (traumatic brain injury) भी शामिल हैं।