NEET पेपर लीक में नया खुलासा, डिप्टी सीएम ने कहा - मंत्री शब्द का इस्तेमाल तेजस्वी यादव के लिए हुआ
NEET पेपर लीक में नया खुलासा, डिप्टी सीएम ने कहा - मंत्री शब्द का इस्तेमाल तेजस्वी यादव के लिए हुआ
NEET Paper Leak Case : नीट यूजी परीक्षा 2024 लगातार चर्चा में बनी हुई है। पहले ग्रेस मार्क्स का मुद्दा था अब पेपर लीक। आरोपियों के कबूलनामे के बाद से आरोप - प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। आरोपियों ने कबूलनामे में 'मंत्री' का जिक्र किया था। तभी से सवाल उठाए जा रहे हैं कि, यह मंत्री आखिर है कौन? डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने इस मामले में बड़े खुलासे किए हैं। वे मीडिया के सामने आये और बताया कि, ये मंत्री शब्द किसी और के लिए नहीं बल्कि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के लिए किया गया है।
डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा कि, '' हमने मामले की विभागीय जांच करवाई है। 1 मई को तेजस्वी यादव के निजी सचिव रहे प्रीतम कुमार ने सिकंदर कुमार यादवेंदु के लिए कमरा बुक करने के लिए NHAI गेस्टहाउस कर्मचारी प्रदीप कुमार को फोन किया। प्रदीप कुमार ने उस दिन इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया। इसके बाद 4 मई सुबह 8:49 बजे प्रदीप कुमार को कॉल आया। यह कॉल सिकंदर यादवेन्दु के लिए रूम बुकिंग के लिए आया था। प्रदीप कुमार ने सिकंदर कुमार यादवेन्दु के लिए रूम बुकिंग के लिए व्हाट्स ऐप पर मेसेज भेजा।'
बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के दावों पर प्रदीप कुमार ने कहा कि, "प्रीतम ने मुझे फोन करके 1 मई को और फिर 4 मई को सिकंदर कुमार के लिए कमरा बुक करने को कहा। मैंने रिक्विजिशन मांगा, जिस पर उन्होंने कहा कि यह उनके द्वारा दिया जाएगा।'
तेजस्वी यादव के लिए 'मंत्री' शब्द क्यों?
इस सवाल के जवाब में बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि, बिहार में जो मंत्री रहे हैं अमूमन उन्हें उनका पुराना स्टाफ मंत्री जी कहकर ही बुलाता है। प्रीतम यादव ने भी इसलिए मंत्री कहकर कमरा बुक करवाया। दरअसल विजय सिन्हा यहां प्रीतम और सिकंदर कुमार यादवेन्दु के बीच संबंधों की कड़ी को उजागर कर रहे थे।
नीट मुद्दे पर बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा कहते हैं, "तेजस्वी यादव को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या प्रीतम कुमार अभी भी उनके पीएस हैं और उन्हें यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि सिकंदर कुमार यादवेंदु कौन हैं? जब लालू प्रसाद यादव रांची में जेल में बंद थे, तब सिकंदर कुमार यादवेंदु लालू की सेवा में थे। वे सिंचाई विभाग में जेई थे। वे लोगों के भविष्य के साथ खेलते हैं। जब वे सत्ता में होते हैं तो घोटाले करते हैं और नियुक्ति प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं।"