संगठन कहेगा तो चुनाव लडऩे को तैयार : साध्वी प्रज्ञा सिंह
दिग्विजय हिंदू विरोधी
भोपाल/विशेष प्रतिनिधि। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा है कि भोपाल से लोकसभा चुनाव लड़ रहे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह हिंदू विरोधी हैं। वह धर्म विरोधी ही नहीं,बल्कि आतंकवादियों को संरक्षण देने वाली देशद्रोही हैं। यदि संगठन कहेगा तो वह भोपाल से उनके खिलाफ चुनाव लड़ने को तैयार हैं।
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने यह बात स्वदेश से विशेष चर्चा करते हुए कही। उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव लडऩे की है,ताकि वह बता सके कि हिंदू विरोधी चेहरा कैसा होता है।उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह बंटाधार के नाम से जाने जाते थे और अब भोपाल में इस चुनाव में उन्हें पता लग जाएगा कि हिंदुओं का विरोध करना कैसा होता है। प्रदेश के एक मंत्री आरिफ अकील द्वारा दिग्विजय सिंह को सबसे बड़ा हिंदू बताने वाले बयान पर साध्वी ने कहा कि यदि यह लोग ऐसा बोलने लग जाए तो मान लो की योजनाबद्ध तरीके से हिंदुओं के विरुद्ध किसी बड़े षड्यंत्र की योजना है। उनसे जब यह पूछा गया कि दिग्विजय सिंह ने अपने काम के लिए आचार्य प्रमोद और कंप्यूटर बाबा को लगाया है तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि प्रमोद तो हिंदुओं को लानत और गालियां देने वाला व्यक्ति है। वह मुसलमानों की भाषा बोलता है। उसके रहने से तो दिग्विजय सिंह को नुकसान ही होगा वही कंप्यूटर बाबा को उन्होंने ब्लैकमेलर बताया। उन्होंने कहा कि जब चुनाव सिर पर आ गए हैं तो अब इन नेताओं को मंदिर और मस्जिद दिखाई दे रहे हैं और वे साधु-संतों की चौखट पर पहुंच रहे हैं। यहां बता दें कि साध्वी प्रज्ञा सिंह मूलत: भिंड जिले के लहार की है।वह विद्यार्थी परिषद एवं दुर्गा वाहिनी में रह चुकी हैं और स्वामी अवधेशानंद जी की शिष्या हैं।उन्हें वर्ष 2008 में मालेगांव बम विस्फोट कांड में गिरफ्तार किया गया था,किंतु सबूतों के अभाव में 25 अप्रैल 2017 को बरी कर दिया गया। उनका कहना है कि पार्टी कहेगी तो वह लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए प्रचार पर भी निकलेंगी।
बयानों के कारण चर्चा में रहते हैं दिग्गी
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और दिग्विजय सिंह को एक-दूसरे का धुर विरोधी माना जाता है।दिग्विजय सिंह अकसर भगवा और हिंदू आतंकवाद के मुद्दे पर बयानबाजी कर चर्चा में रहते हैं। उनके द्वारा अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी ओसामा को जी कहकर संबोधित किया गया। वहीं मुंबई के 26/11 आतंकी हमले को साजिश बताने वाली एक किताब का विमोचन किया।यही वजह है कि प्रज्ञा ठाकुर उनकी धुर विरोधी हैं और उनके खिलाफ चुनाव मैदान में उतारकर चुनौती देना चाहती हैं।