मप्र में राज्यसभा के लिए 31 मई तक होगा नामांकन, 2 सीट भाजपा, 1 कांग्रेस को मिलना तय

मप्र में राज्यसभा के लिए 31 मई तक होगा नामांकन, 2 सीट भाजपा, 1 कांग्रेस को मिलना तय

भोपाल। मध्यप्रदेश से राज्यसभा की तीन रिक्त होने वाली सीटों के लिए मंगलवार को अधिसूचना जारी हो गई है। इसके साथ ही नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है, जो आगामी 31 मई तक चलेगी। नामांकन पत्रों की जांच एक जून को होगी और तीन जून तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। मप्र विधानसभा में विधायकों के संख्या बल के आधार पर तीन में से दो सीटें भाजपा को मिलना तय है, जबकि एक सीट कांग्रेस के खाते में जाएगी।

मध्यप्रदेश के राज्यसभा की तीन सीटें खाली हो रही हैं। भाजपा सांसद एमजे अकबर और संपतिया उइके तथा कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा का कार्यकाल 29 जून को पूरा हो रहा है। इन तीन सीटों के लिए प्रदेश में चुनाव होने हैं। इसके लिए मंगलवार को विधानसभा के प्रमुख सचिव एवं रिटर्निंग अधिकारी एपी सिंह ने अधिसूचना जारी की। इसके साथ ही नामांकन पत्र जमा करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई। नामांकन पत्र सुबह 11.00 बजे से दोपहर 3.00 बजे के बीच स्वीकार किए जाएंगे।

विधानसभा के प्रमुख सचिव ने बताया एपी सिंह ने बताया कि निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, नामांकन पत्र 31 मई तक जमा किए जा सकेंगे। इसके बाद चुनाव नहीं लड़ने के इच्छुक उम्मीदवार तीन जून तक नाम वापस ले सकेंगे। यदि मतदान की स्थिति बनती है तो 10 जून को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा। मतदान संपन्न होने के बाद शाम को मतगणना होगी और इसी दिन परिणाम भी घोषित कर दिए जाएंगे। चुनाव की पूरी प्रक्रिया विधानसभा समिति के कक्ष में संपन्न कराई जाएगी।

राज्यसभा की स्थिति -

मध्यप्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा में फिलहाल भाजपा के 127, कांग्रेस 96, बहुजन समाजवादी पार्टी के दो, समाजवादी पार्टी का एक और निर्दलीय विधायक चार हैं। प्रदेश में राज्यसभा की कुल 11 सीटें है, जिनमें से 8 सीटें भाजपा और 3 सीटें कांग्रेस के पास है। इनमें से ही 29 जून को तीन सीटें खाली होंगी। इसके लिए यह चुनाव हो रहे हैं। मप्र विधानसभा में विधायकों के मौजूदा संख्या बल के अनुसार दो सीटें भाजपा और एक कांग्रेस को ही मिलने की संभावना है।

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