अब अपराधियों के लिए "बुलेट ट्रेन" चलेगी - विधानसभा में सीएम योगी ने क्यों कहा ऐसा
अब अपराधियों के लिए "बुलेट ट्रेन" चलेगी - विधानसभा में सीएम योगी ने क्यों कहा ऐसा
उत्तरप्रदेश। विधानसभा में जब मुख्यमंत्रीं योगी आदित्यनाथ खड़े हुए और कहा कि, चिंता मत करिए हम अपराधियों के लिए बुलेट ट्रेन चलाएंगे सभी चौक गए। उनका ये बयान अब सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है। खैर सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) अपराधियों के लिए सख्त एक्शन लेने के लिए जाने जाते हैं। इस बार भी उन्होंने ऐसा ही किया।
CM योगी ने विधानसभा में स्वयं गोमतीनगर का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि, "कल (31 जुलाई) की गोमतीनगर की घटना का भी हमने संज्ञान लिया है। अपराधियों की सूची हमारे पास आई है। पहला अपराधी है - पवन यादव और दूसरा अपराधी है - मोहम्मद अरबाज। ये आपके (सपा) सद्भावना वाले लोग हैं, हम इनके लिए सद्भावना ट्रेन चलाएंगे? इनके लिए "बुलेट ट्रेन" चलेगी अब,आप चिंता मत करो!!!"
इसके आगे सीएम योगी ने कहा कि, "महिला सुरक्षा हमारे लिए बड़ा मुद्दा है। कोई खिलवाड़ करेगा तो उसे खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इसीलिए हमने हर एक - एक, एक - एक बेटी बहन को आश्वस्त किया है, हमने इसको गम्भीरता से लिया है,हमने पूरी पुलिस चौकी सस्पेंड किया है,डिप्टी एसपी सस्पेंड,इंस्पेक्टर को सस्पेंड किया एडिशनल एसपी सबको सस्पेंड किया। जो भी व्यक्ति अराजकता पैदा करने की कोशिश की तो खुद भुक्तभोगी होगा, मैं आप से भी कहूंगा कि आप अपने लोगो को समझाएं की कानून में चलें।"
क्या है मामला :
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लखनऊ के गोमतीनगर में बारिश के बाद हुई शर्मशार करने वाली घटना पर गहरी नाराजगी जताई थी। सीएम योगी के निर्देश पर शासन ने मामले में लापरवाही बरतने वाले डीसीपी पूर्वी, एडीसीपी पूर्वी और एसीपी गोमतीनगर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है, जबकि गोमतीनगर इंस्पेक्टर, समतामूलक चौकी इंचार्ज समेत चौकी के सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
इसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। इतना ही नहीं योगी सरकार की अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति के तहत लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट अराजकतत्वाें के खिलाफ सुसंगत धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करते हुए अबतक चार आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है। वहीं अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है।
गोमतीनगर में बदमाशों ने एक महिला के साथ छेड़छाड़ की थी। इसके बाद वीडियो वायरल होने पर पुलिस हरकत में आई। मुख्यमंत्री ने स्वयं इस मामले को प्रमुखता से लिया था। इसी के तहत कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया और लापरवाही के लिए अधिकारियों को सस्पेंड किया।