NSA डोभाल ने बताया देश के लिए क्यों जरूरी है 'अग्निपथ', कहा- बदल रहे युद्ध के तरीके
नईदिल्ली। अग्निपथ योजना को लेकर देश में मचे बवाल के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने पहली बार खुलकर चर्चा की। डोभाल ने अग्निपथ योजना को वर्तमान समय की जरुरत बताया। उन्होंने कहा की भारत के आसपास माहौल बदल रहा है, इसलिए बदलाव जरुरी है।
अजित डोभाल ने कहा की 2014 में प्रधानमंत्री मोदी जब सत्ता में आए तो भारत को सुरक्षित और मजबूत बनाना उनकी प्राथमिकताओं में से एक थी। उन्होंने कहा की युद्ध हम बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहे है। हम संपर्क रहित युद्धों की ओर जा रहे हैं और हमारी लड़ाई अदृश्य शत्रुओं से है। हथियारों की जगह टेक्नोलॉजी का सहारा लिया जा रहा है। इसलिए जो हम कल कर रहे थे अगर वही भविष्य में भी करते रहे तो हम सुरक्षित रहेंगे ये जरूरी नहीं। यदि हमें कल की तैयारी करनी है तो हमें परिवर्तित होना पड़ेगा।
नीतियों में बदलाव की आवश्यकता -
इस बदलाव के लिए बेहतर उपकरणों और प्रणालियों में बदलाव की जरुरत है। प्रौद्योगिकी में बदलाव की आवश्यकता है। साथ ही जनशक्ति, नीतियों में बदलाव की आवश्यकता है।उन्होंने आगे कहा की पिछले 8 सालों में स्ट्रक्चरल सुधार बहुत सारे हुए हैं। 25 साल से CDS का मुद्दा पड़ा हुआ था। राजनीतिक इच्छाशक्ति न होने के कारण इसको अमल में नहीं लाया जा सका था। आज हमारे डिफेंस एजेंसी की अपनी स्पेस की स्वतंत्र एजेंसी है।आज भारत में बनी AK-203 के साथ नई असॉल्ट राइफल को सेना में शामिल किया जा रहा है। यह दुनिया की सबसे अच्छी असॉल्ट राइफल है। सैन्य उपकरणों में बहुत प्रगति की जा रही है।
अग्निवीर पूरी आर्मी नहीं -
डोभाल ने कहा की अकेले अग्निवीर पूरी आर्मी कभी नहीं होंगे। वे सिर्फ पहले 4 साल में भर्ती किए गए जवान होंगे। बाकी सेना का बड़ा हिस्सा अनुभवी लोगों का होगा।हां 4 साल बाद जो अग्निवीर नियमित हो जाएंगे, उन्हें घनिष्ठ ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने कहा की जहां तक रेजिमेंट का सवाल है रेजिमेंट के सिद्धांतों के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं होगी। जो रेजिमेंट हैं वे ऐसी ही रहेंगी।
स्किल्ड लोगों की आवश्यकता -
अजित डोभाल अग्निवीर योजना को समझाते हुए कहा की जो युवा इस योजना के तहत सेना में चार साल बिताने के बाद जब समाज में वापिस जाएंगे तो वे अन्य लोगों की तुलना में अधिक स्किल्ड और ट्रेंड होंगे। उन्होंने कहा की जब पहला अग्निवीर सेवानिवृत होगा तो उसकी उम्र 25 वर्ष होगी। उस समय भारत की अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन डॉलर की होगी। भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था को तब ऐसे ही स्किल्ड लोगों की आवश्यकता होगी। उस समय ये अग्निवीर बदलाव के वाहक बनेंगे।