Wayanad landslide: अभी भी केंद्र से विशेष सहायता का इंतजार, वायनाड भूस्खलन पर केरल सीएम पिनाराई विजयन

अभी भी केंद्र से विशेष सहायता का इंतजार, वायनाड भूस्खलन पर केरल सीएम पिनाराई विजयन

Pinarayi Vijayan on Wayanad landslide : तिरुवनंतपुरम, केरल। वायनाड आपदा के कारण राज्य को भारी नुकसान हुआ है। हमें केंद्र सरकार से विशेष सहायता की उम्मीद थी, लेकिन अब तक कोई पर्याप्त सहायता प्रदान नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि अब तक केंद्र से कोई विशेष सहायता नहीं मिली है। यह बात केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन (CM Pinarayi Vijayan) ने गुरूवार को मीडिया से चर्चा के दौरान कही है।

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि, हमने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष से 291 करोड़ रुपये की आपातकालीन राहत निधि का अनुरोध किया है, जो सामान्य केंद्रीय हिस्से के अलावा है। 291 करोड़ रुपये में से 145.6 करोड़ रुपये पहले ही स्वीकृत किए जा चुके हैं। हालांकि, यह एक नियमित प्रक्रिया है और विशिष्ट आपदा-संबंधी सहायता नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि, इस मामले पर कैबिनेट की बैठक में चर्चा की गई और एक बार फिर केंद्र सरकार से जल्द से जल्द आवश्यक सहायता जारी करने का आग्रह करने का निर्णय लिया गया है।

केरल सरकार की वैश्विक स्तर पर बदनामी

इससे पहले सीएम विजयन ने मीडिया पर वायनाड भूस्खलन के लिए अपने राहत प्रयासों के बारे में कथित रूप से "झूठी कहानी" फैलाने के लिए राज्य सरकार को बदनाम करने का प्रयास करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से यह झूठी कहानी कि केरल ने गलत तरीके से केंद्रीय सहायता प्राप्त करने के लिए आंकड़े बढ़ाए हैं। यह बात कई लोगों के दिमाग में जड़ जमा चुकी है और इसका नतीजा क्या हुआ? केरल के लोगों और सरकार की वैश्विक स्तर पर बदनामी हुई है।

सीएम विजयन ने कहा कि यह केवल झूठी खबरों या मीडिया नैतिकता में चूक का मामला नहीं है। फर्जी खबरों की असली समस्या केवल झूठ नहीं है, बल्कि उनके पीछे का एजेंडा है और यह एजेंडा स्पष्ट रूप से राज्य और उसके लोगों के खिलाफ है। मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि वायनाड के लिए समर्थन समाज के सभी वर्गों से आया था, और अब जो "फर्जी खबरें" सामने आई हैं, उनका उद्देश्य उस समर्थन को तोड़ना और सहायता को रोकना है।

यह विनाशकारी पत्रकारिता

"लोग राहत कोष में योगदान दे रहे हैं, और इस गलत सूचना के पीछे दुर्भावनापूर्ण इरादा उन्हें ऐसा करने से हतोत्साहित करना है। यह सामान्य पत्रकारिता नहीं, 'विनाशकारी पत्रकारिता' है। यह विनाशकारी पत्रकारिता समाज के खिलाफ अपराध है। गौरतलब है कि वायनाड में भारी बारिश के कारण भूस्खलन की एक श्रृंखला शुरू हुई, जिसमें राज्य में सैकड़ों लोग मारे गए। भूस्खलन वायनाड जिले के व्यथिरी तालुक के मेप्पाडी पंचायत के पुंजिरिमट्टम, मुंडक्कई, चूरलमाला और वेल्लारीमाला गांवों में हुआ था।

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