विपक्ष के हंगामे के बाद दोनों सदन स्थगित, IT मंत्री से टीएमसी सांसदों ने पर्चे छीनकर फाड़े

विपक्ष के हंगामे के बाद दोनों सदन स्थगित, IT मंत्री से टीएमसी सांसदों ने पर्चे छीनकर फाड़े
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नईदिल्ली। संसद के मानसून सत्र का तीसरा दिन हंगामे से भरा रहा।कृषि कानूनों पेगासस जासूस समेत मुद्दों पर गुरुवार को लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा किया। जिसके कारण सदन बार - बार स्थगित हुई।

पेगासस मामले में आज आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज राज्यसभा में सरकार का पक्ष रखा। केंद्रीय मंत्री के भाषण के समय तृणमूल सांसदों ने जमकर हंगामा शुरू कर दिया। ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल के सांसद शांतनु सेन ने मंत्री के हाथ से उनके बयान का पर्चा छीनकर फाड़ दिया और हवा में उछाल दिया। हालांकि मंत्री ने अपना बयान जारी रखा।तृणमूल सांसद सभापति के आसन के पास एकत्र होकर विरोध करते रहे। जिसके बाद सदन को शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

दोबार स्थगन के बाद जब राज्यसभा दो बजे दोबारा शुरू हुई उपसभापति हरिवंश ने बयान देने के लिए मंत्री अश्विनी वैष्णव का नाम पुकारा।उन्होंने जैसे ही अपना ब्यान शुरू किया विपक्षी सांसदों का हंगामा और तेज हो गया। हंगामे के चलते वे अपना पूरा बयान नहीं दे सके। उन्हें यह सदन के पटल पर रखना पड़ा। उपसभापति ने विपक्ष के इस रवैये को असंसदीय करार दिया।

लोकतंत्र को बदनाम करनेका प्रयास -

आईटी मंत्री वैष्णव ने अपने बयान में कहा की एक न्यूज पोर्टल द्वारा 18 जुलाई को एक सनसनीखेज खबर प्रकशित की गई थी। संसद में मानसून सत्र से ठीक एक दिन पहले पेगासस के प्रकाशित होने की सनसनीखेज कहानी संयोग नहीं हो सकती। ये भारतीय लोकतंत्र और इसकी सुस्थापित संस्थाओं को बदनाम करने का प्रयास है।पहले भी WhatsApp पर Pegasus के इस्तेमाल को लेकर इसी तरह के दावे किए गए थे। उन रिपोर्टों का कोई तथ्यात्मक आधार नहीं था और सर्वोच्च न्यायालय सहित सभी पक्षों द्वारा स्पष्ट रूप से इनकार किया गया था।

रक्षा सेवा विधेयक-2021 लोस में पेश -

वहीँ लोकसभा में भी जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस सहित सभी विपक्षी सांसदों ने हाथों में तख्तियां लेकर पेगासस, कृषि कानूनों को लेकर सरकार का विरोध किया। इसी बीच आज लोस में रक्षा सेवाओं से जुड़ी इकाइयों में असैन्य कर्मचारियों की छंटनी और हड़ताल संबंधी गतिविधियों पर लगाम कसने के लिए गुरुवार को लोकसभा में आवश्यक रक्षा सेवा विधेयक-2021 विधेयक पेश किया गया। इस विधेयक में असैन्य कर्मियों की छंटनी, हड़ताल जैसी गतिविधियों पर रोक लगाने का प्रावधान किया गया है।

मर्यादा बनाए रखना विपक्ष की भी जिम्मेदारी

विपक्ष द्वारा किए जा रहे हंगामे पर लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन की कार्यवाही के दौरान मर्यादा बनाए रखना विपक्ष की भी जिम्मेदारी है। संसद की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक स्थगित करने से पहले बिरला ने विपक्ष की ओर से लगातार विभिन्न मुद्दों पर हो रहे हंगामे को अनुचित ठहराया । उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को सशक्त बनाना हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है। जनता ने हमें यहां हंगामा या तखतियां दिखाने के लिए नहीं भेजा। यह सदन जनता की समस्या व अभाव को सरकार तक पहुंचाने का मंच है।


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