फूलपुर विधानसभा उपचुनाव: सियासी दलों में शह - मात का खेल, सपा नेता मुज्तबा सिद्दीकी के नामांकन के बाद अब कांग्रेस क्या करेगी
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सपा नेता मुज्तबा सिद्दीकी ने नामांकन किया दाखिल
प्रयागराज, उत्तरप्रदेश। फूलपुर विधानसभा उपचुनाव (Phulpur Assembly By-Election) में जीत की बाजी मारने को सियासी दल आतुर हैं। इसके लिए प्रतिद्वंदी दल के दांव की काट को लेकर रणनीति बनती बिगड़ती नजर आ रही है। बसपा ने मंगलवार को अपना प्रत्याशी बदल दिया तो समाजवादी पार्टी के भीतर भी प्रत्याशी को लेकर ऊहापोह चल रहा है। सपा द्वारा फूलपुर सीट कांग्रेस के हवाले करने की चर्चा तेज हुई तो बुधवार को सपा प्रत्याशी मुज्तबा सिद्दीकी ने सपा के झंडे बैनर व पूरे लाव लश्कर के संग गए और अपना नामांकन कर खुद की दावेदारी मजबूत कर दी। अब सवाल यह है कि, कांग्रेस का अगला कदम क्या होगा।
फूलपुर सीट से सपा ने 9 अगस्त को मुज्तबा सिद्दीकी को अपना प्रत्याशी घोषित किया था। विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस शुरू से ही फूलपुर सीट मांगती रही है। इतना ही नहीं, महीनों से कांग्रेस इस क्षेत्र में कैंपेन चला रही है। जनसंपर्क बैठकों के जरिए कांग्रेस नेता कार्यकर्ता संग क्षेत्र में सक्रिय देखे गए हैं। बारह दिन पहले सपा के प्रत्याशी घोषित करने के बाद कांग्रेस की गतिविधियां यहां एकदम धीमी पड़ गई तो दूसरी तरफ कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने दिल्ली में डेरा जमाया।
फूलपुर विधानसभा (पूर्व में झूंसी विधान सभा क्षेत्र) में 1974 से 2022 तक तेरह विधानसभा चुनाव हुए हैं। इसमें भाजपा, कांग्रेस और जनतादल ने दो - दो बार जीत दर्ज कराया, जनता पार्टी, जनता पार्टी सेक्युलर और बसपा एक - एक बार जबकि सपा चार बार जीत चुकी है। कांग्रेस और सपा के स्थानीय खेमे में यह दुराव कैसे दूर होगा, यह सवाल भी अब यहां तेजी से उठने लगे हैं।
लोकसभा चुनाव सपा और कांग्रेस ने INDIA गठबंधन के बैनर टेल लड़ा था। अब उत्तरप्रदेश की 9 सीट पर होने वाले उप - चुनाव के लिए दोनों पार्टियां एक - एक सीट पर चर्चा कर रहीं हैं। लोकसभा परिणाम के बाद सपा जहां फुल कॉन्फिडेंट है वहीं कांग्रेस भी उप - चुनाव में प्रत्याशी उतारना चाहती है। इधर भाजपा ने अब तक एक भी सीट पर प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं ऐसे में यूपी में 9 सीटों पर होने वाला उप - चुनाव काफी सस्पेंस भरा हो गया है।