बिल्डिंग परमिशन के लिए पेड़ लगाना अनिवार्य, ऐसा करने वाला मप्र बना पहला राज्य

बिल्डिंग परमिशन के लिए पेड़ लगाना अनिवार्य, ऐसा करने वाला मप्र बना पहला राज्य
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भोपाल। प्रदेश में अब बिल्डिंग परमिशन के लिए पेड़ लगाना अनिवार्य हो गया है। ये घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विश्व पर्यावरण दिवस पर शनिवार को निवाड़ी जिले में अंकुर अभियान की शुरुआत के मौके पर किया। यह नियम सभी नगर निगम, नगर पालिका और नगर और ग्राम पंचायतों में लागू होगा। एमपी सरकार ने सरकारी योजना के तहत बनने वाले मकानों के लिए भी यह नियम लागू किया है। ऐसा नियम बनाने वाला मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य है।

सीएम शिवराज ने कहा कि लोगों ने अपने स्वार्थ के लिए सब कुछ बर्बाद कर दिया। हमने ये भी नहीं सोचा कि ये हम अपने लिए ही नुकसान पहुंचा रहे हैं। जीवन जीने के लिए दोहन करना जरूरत है, लेकिन जीवन और भोजन देने वालों को नष्ट नहीं किया जा सकता। जैसे पेड़ से फल लेना दोहन है, लेकिन पेड़ को काट देना दोहन नहीं पाप है। हमने प्रकृति के साथ छेड़छाड़ की। इसलिए गहरे संकट में आज हम फंसे है। इस संकट से बाहर निकलना है, तो हमें पर्यावरण सुधारना होगा। मैं आप सबसे आह्वान करता हूं कि वर्ष में एक पेड़ अवश्य लगाएं और उसका संरक्षण करें।

कानून बनेगा -

इस दौरान सीएम ने कहा कि यह कोई बड़ा काम नहीं है. अपने मकान के आसपास या फिर नगर निगम, नगर पालिका के पार्क में या फिर सरकारी स्कूलों में पौधारोपण किया जा सकता है। सीएम शिवराज ने कहा कि इस फैसले को जल्द ही कानूनी तौर पर अमली जामा पहना दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि घर बनाने में थोड़ा बहुत पर्यावरण प्रभावित होता है, इसलिए पेड़ लगाकर लोग उसकी भरपाई करें।

वायुदूत एप डाउनलोड करें

सीएम ने इस दौरान कहा कि हम सिर्फ पेड़ नहीं लगा रहे बल्कि ऑक्सीजन प्लांट लगा रहे हैं। हमे अपने लिए और अपनों के लिए इस धरती के लिए पेड़ लगाने चाहिए. सीएम ने लोगों से अपील की कि वह परिवार के सदस्यों के जन्मदिन के अवसर पर पेड़ लगा सकते हैं। यह उनके जन्मदिन को हमेशा याद दिलाएगा और पर्यावरण को भी स्वच्छ रखेगा। इससे पवित्र कार्य कोई और नहीं हो सकता। सीएम ने कहा कि प्रदेश में जन-सहभागिता से वृहद स्तर पर पौधारोपण का अभियान अंकुर प्रारंभ किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में भागीदार बनने के लिए मोबाइल पर वायुदूत एप डाउनलोड करें और पौधा रोप कर उसका फोटो अपलोड करें। अधिक से अधिक संख्या में जुडक़र इस पुनीत पर्यावरण यज्ञ में योगदान दें। अभी तक 15 हजार लोग रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। इसमें से ढाई हजार लोग पेड़ लगा चुके हैं। हर साल प्रेरणा वायु अवार्ड दिया जाएगा।

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