टीकाकरण से डरने की कोई जरूरत नहीं, अफवाहों पर ध्यान नहीं दें : प्रधानमंत्री
नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों को टीकाकरण के लिये प्रेरित करते हुए देशवासियों से अपील की कि वे टीकाकरण जरूर करायें और किसी अफवाह में न आयें।आज अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य प्रदेश के एक ग्रामीण से बात करते हुए लोगों के मन से टीकाकऱण का डर भगाने की कोशिश की।
कार्यक्रम में बातचीत के दौरान जब राजेश हिरावे ने बताया कि वॉट्सऐप पर आए संदेशों के चलते वे डर गये और टीका नहीं लगवाया, तो इसके जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने अपना और अपनी मां का अनुभव बताया। उन्होंने कहा कि टीकाकरण से डरने की कोई जरूरत नहीं है। मैंने और मेरी माँ ने 100 साल की उम्र में दोनों डोज लगवाएं, आप भी लगवाइएं दूसरों को भी प्रेरित कीजिए।
महाअभियान -
उन्होंने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा की कोरोना के खिलाफ हम देशवासियों की लड़ाई जारी है, 21 जून को वैक्सीन अभियान के अगले चरण की शुरुआत हुई और उसी दिन देश ने 86 लाख से ज़्यादा लोगों को मुफ्त वैक्सीन लगाने का रिकॉर्ड भी एक दिन में बना दिया।
केस स्टडी का विषय -
एक साल पहले सबके समाने सवाल था कि वैक्सीन कब आएगी? आज हम एक दिन में लाखों लोगों को मेड इन इंडिया वैक्सीन मुफ्त में लगा रहे हैं। यही तो नए भारत की नई ताकत है। कभी-ना-कभी ये विश्व के लिए केस स्टडी का विषय बनेगा कि भारत के गांव के लोगों, हमारे वनवासी-आदिवासी भाई-बहनों ने इस कोरोना काल में किस तरह अपने सामर्थ्य और सूझबूझ का परिचय दिया। गांव के लोगों ने क्वारंटीन सेंटर बनाए, स्थानीय जरूरतों को देखते हुए कोविड प्रोटोकॉल बनाए।
इण्डिया फर्स्ट -
प्रधानमंत्री मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम में 15 अगस्त को आजादी के 75 वर्ष पूर्ण का जिक्र करते हुए कहा की अमृत-महोत्सव हमारे लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है। हम देश के लिए जीना सीखें। खुशी इस बात की है कि 21वीं सदी में जो युवक पैदा हुए हैं, ऐसे नौजवान साथियों ने 19वीं और 20वीं शताब्दी की आजादी की जंग को लोगों के सामने रखने का मोर्चा संभाला है।आजादी की जंग- देश के लिए मरने वालों की कथा है। आजादी के बाद के इस समय को हमें देश के लिए जीने वालों की कथा बनाना है। हमारा मंत्र होना चाहिए–इंडिया फर्स्ट। हमारे हर फैसले, हर निर्णय का आधार होना चाहिए- इंडिया फर्स्ट।