भारत नए साल में पूरी ताकत से महामारी से लड़ेगा और हितों की रक्षा करेगा : प्रधानमंत्री
नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महामारी के खिलाफ बीते साल में भारत के कारगर प्रयासों का उल्लेख करने के साथ ही नये वेरिएंट को लेकर देशवासियों को आश्वस्त किया कि नए साल में भारत अपनी पूरी ताकत से कोरोना महामारी से लड़ेगा और देश के हितों की रक्षा करेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना भारत के विकास में बाधा नहीं डाल सकता। हम इससे लड़ने के लिए एहतियाती कदम उठा रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना के तहत वित्तीय लाभ की 10वीं किस्त के रूप में लगभग 10.09 करोड़ किसान परिवारों को 20,900 करोड़ रुपये की धनराशि हस्तांतरित करने के बाद संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने लगभग 351 किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को 14 करोड़ रुपये से अधिक का इक्विटी अनुदान भी जारी किया, जिससे 1.24 लाख से अधिक किसानों को लाभ होगा।
रासायनिक मुक्त खेती से जुड़े -
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले साल भारत ने कोरोना महामारी के बावजूद कृषि क्षेत्र में मील का पत्थर हासिल किया है। उन्होंने किसानों को प्राकृतिक खेती के लिये प्रोत्साहित करते हुये कहा कि रासायनिक मुक्त खेती से जुड़ने का यह सही समय है। मैं सभी से 'प्राकृतिक खेती' की ओर रुख करने की अपील करता हूं। उन्होंने कहा, "हमारी धरती को बंजर होने के बचाने का एक बड़ा तरीका है- केमिकल मुक्त खेती। इसलिए बीते वर्ष में देश ने एक और दूरदर्शी प्रयास शुरू किया है। यह प्रयास नैचुरल फ़ार्मिंग यानि प्राकृतिक खेती का है।"
प्रधानमंत्री ने जमीनी स्तर के किसानों को सशक्त बनाने की दिशा में किसान उत्पाद संगठनों (एफपीओ) की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि जो छोटा किसान पहले अलग-थलग रहता था, उसके पास अब एफपीओ के रूप में पांच बड़ी शक्तियां हैं। इससे उनके पास अब बेहतर बार्गेनिंग यानी मोलभाव की शक्ति है। उन्होंने कहा कि एक साथ कई किसान मिलते हैं, तो उनके अनुभव भी साथ में जुड़ते हैं। नए नए इनोवेशन्स के लिए रास्ता खुलता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक साथ मिलकर आप चुनौतियों का बेहतर आकलन भी कर सकते हैं, उससे निपटने के रास्ते भी बना सकते हैं और बाजार के हिसाब से बदलने की क्षमता देता है।
विकास दर 8 फीसदी से ऊपर -
प्रधानमंत्री ने बीते साल की उपलब्धियों को साझा करते हुये कहा कि आज हमारी अर्थव्यवस्था की विकास दर 8 प्रतिशत से भी ज्यादा है। भारत में रिकॉर्ड विदेशी निवेश आया है। हमारा विदेशी मुद्रा भंडार रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा है। जीएसटी कलेक्शन में भी पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त हुए हैं। निर्यात और विशेषकर कृषि के मामले में भी हमने नए प्रतिमान स्थापित किए हैं। उन्होंने कहा कि 2021 में भारत ने करीब-करीब 70 लाख करोड़ रुपये का लेन-देन सिर्फ यूपीआई से किया है। आज भारत में 50 हजार से ज्यादा स्टार्ट-अप्स काम कर रहे हैं। इनमें से 10 हजार से ज्यादा स्टार्ट्स अप्स तो पिछले 6 महीने में बने हैं।
प्रधानमंत्री ने 2021 में महिला सशक्तिकरण की दिशा में उठाये गये कदमों का उल्लेख करते हुये कहा कि भारत ने अपने सैनिक स्कूलों और नेशनल डिफेंस एकेडमी को भी महिलाओं के लिए खोल दिया है। भारत ने बेटियों की शादी की उम्र को 18 से बढ़ाकर 21 साल यानि बेटों के बराबर करने का भी प्रयास शुरू किया। प्रधानमंत्री ने देशवासियों से बीते साल के अपने प्रयासों से प्रेरणा लेकर नए संकल्पों की तरफ बढ़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इस साल हम अपनी आजादी के 75 वर्ष पूरे करेंगे। यह समय देश के संकल्पों की एक नई जीवंत यात्रा शुरू करने और नए हौसले से आगे बढ़ने का है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि क्लाइमेट चेंज के खिलाफ विश्व का नेतृत्व करते हुए भारत ने 2070 तक नेट जीरो कार्बन एमिशन का भी लक्ष्य दुनिया के सामने रखा है। आज भारत हाइड्रोजन मिशन पर काम कर रहा है, इलेक्ट्रिक व्हीकल में अग्रणी है। उन्होंने कहा कि पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान देश में इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण की गति को नई धार देने वाला है। मेक इन इंडिया को नए आयाम देते हुए देश ने चिप निर्माण, सेमीकंडक्टर जैसे नए सेक्टर के लिए महत्वकांक्षी योजनाएं लागू की है।
प्रधानमंत्री ने संबोधन की शुरुआत में जम्मू-कश्मीर के कटरा में माता वैष्णो देवी परिसर में हुए दुखद हादसे पर शोक व्यक्त करते हुये कहा कि जिन लोगों ने भगदड़ में, अपनों को खोया है, जो लोग घायल हुए हैं, मेरी संवेदनाएं उनके साथ हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार, जम्मू-कश्मीर प्रशासन के लगातार संपर्क में है। मेरी लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा से भी बात हुई है। राहत के काम का, घायलों के उपचार का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।