समुद्री व्यापार और बंदरगाह आधारित विकास का शानदार इतिहास रहा : प्रधानमंत्री
चेन्नई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज तमिलनाडु और पुदुचेरी में विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री की बीते पंद्रह दिनों में ये दूसरी यात्रा है। उन्होंने कोयंबटूर में निवेली ताप बिजली संयंत्र परियोजना राष्ट्र को समर्पित की। इस संयंत्र में 500 वॉट की दो इकाइयां हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा की यह राज्य देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।। उन्होंने कहा कि 709 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना स्वदेशी रूप से विकसित की गई है और इस परियोजना की लागत 3,000 करोड़ रुपये से अधिक है। 7,800 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित ये ताप विद्युत परियोजना तमिलनाडु के लिए बेहद फायदेमंद होगी। इससे उत्पन्न होने वाली ऊर्जा का 65 प्रतिशत से अधिक तमिलनाडु को दिया जाएगा।
सिर पर एक छत होनी चाहिए -
मोदी ने कहा कि सरकार का मानना है कि देश की विकास यात्रा में हर एक व्यक्ति को गरिमापूर्ण जीवन जीने का अवसर मिलना चाहिए। मानवीय गरिमा के लिए सभी के सिर पर एक छत होनी चाहिए। प्रधानमंत्री आवास योजना के जरिए लोगों को आवास मुहैया कराने का अभियान शुरू किया गया है। देश की आर्थिक गतिविधियों में बंदरगाहों के महत्व का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की सागरमाला योजना के तहत बंदरगाहों के विकास का काम जारी है। उन्होंने कहा कि अब तक 575 परियोजना को चिह्नित किया गया है। जिन पर 6 लाख करोड़ की लागत आएगी। ये परियोजनाएं वर्ष 2015 से 2035 तक पूरी करने का लक्ष्य है।
बंदरगाहों का आधुनिकीकरण -
प्रधानमंत्री ने कहा कि तमिलनाडु में समुद्री व्यापार और बंदरगाह आधारित विकास का शानदार इतिहास रहा है। इस सिलसिले में उन्होंने राज्य के उद्यमी बीओ चिदंबरनार के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा की योजना के तहत बंदरगाहों का आधुनिकीकरण किया जाएगा और नए बंदरगाहों का विकास होगा। इससे देश के विभिन्न बंदरगाहों के बीच संपर्क सुविधाएं बढ़ेंगी और बंदरगाह आधारित औद्योगीकरण को बढ़ावा मिलेगा। तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को इन परियोजनाओं से बहुत लाभ होगा।
दो लाख एकड़ से अधिक भूमि सिंचित होगी -
प्रधानमंत्री ने गुरुवार को 41,441 आवासीय भवनों का लोकार्पण किया। इसके साथ ही उन्होंने भवानी सागर बांध के आधुनिकीकरण परियोजना की आधारशिला रखी। इस बांध से दो लाख एकड़ से अधिक भूमि की सिंचाई होगी। इस परियोजना से कई जिलों के किसानों को फायदा होगा। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने दो बड़ी बिजली परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया और एक अन्य बिजली परियोजना की आधारशिला रखी।