अरुणाचल के विकास को गति देने के लिए अभूतपूर्व काम किया गया : प्रधानमंत्री
नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अरुणाचल प्रदेश के 36वें स्थापना दिवस की बधाई देते हुये कहा कि राष्ट्रहित में प्रदेश की जनता का योगदान सराहनीय है। प्रधानमंत्री ने भारत रत्न डॉ. भूपेन हजारिका के "अरुणाचल हमारा" गीत की पंक्तियों का पाठ करते हुये कहा कि यह गीत प्रत्येक अरुणाचलवासी के दिल के करीब है।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से संबोधित करते हुये कहा कि 50 वर्ष पूर्व नेफा को अरुणाचल प्रदेश के रूप में नया नाम और नई पहचान मिली थी। उगते सूरज की इस पहचान और नई ऊर्जा को इन 50 वर्षों में आप सभी परिश्रमी, राष्ट्रभक्त बहनों-भाइयों ने निरंतर सशक्त किया है। उन्होंने कहा कि अरुणाचल की इसी भव्यता को देखते हुये पांच दशक पहले भारत रत्न डॉ. भूपेन हजारिका ने अरुणाचल हमारा नाम से एक गीत लिखा था। यह गीत प्रत्येक अरुणाचलवासी को बहुत पसंद है। कोई भी समारोह इस गीत के बिना पूरा नहीं होता। इसी के मद्देनजर उन्होंने भी इस दौरान गीत की पंक्तियों का पाठ किया।
उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुये कहा कि पूर्वी भारत और खासकर पूर्वोत्तर भारत 21वीं सदी में देश के विकास का इंजन बनेगा। इसी भावना के साथ अरुणाचल के विकास को गति देने के लिए बीते सात सालों में अभूतपूर्व काम किया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम अरुणाचल को पूर्वी एशिया का एक प्रमुख गेटवे बनाने में पूरी ताकत से जुटे हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज़ से भी अरुणाचल की भूमिका को देखते हुए आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण किया जा रहा है।प्रधानमंत्री ने कहा कि अरुणाचल को प्रकृति ने अपने खजाने से बहुत कुछ दिया है। आपने प्रकृति को जीवन का अंग बनाया है। अरुणाचल के इस पर्यटन क्षमता को पूरी दुनिया तक पहुंचाने के लिए हम प्रयासरत हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रभक्ति और सामाजिक सद्भाव की जिस भावना को अरुणाचल प्रदेश ने नई ऊंचाई दी है, अपनी सांस्कृतिक विरासत को जिस प्रकार आपने संजोया-संवारा है, परंपरा और प्रगति को जिस प्रकार आप साथ लेकर चल रहे हैं, वो पूरे देश के लिए प्रेरणा है। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव पर देश, अरुणाचल प्रदेश के उन सभी शहीदों को भी याद कर रहा है, जिन्होंने खुद को राष्ट्र के लिए समर्पित कर दिया। एंग्लो आबोर युद्ध हो या फिर आजादी के बाद सीमा की सुरक्षा, अरुणाचल वासियों की वीरता की गाथाएं प्रत्येक भारतवासी के लिए अनमोल विरासत हैं।