भाजपा ने वोट बैंक की राजनीति को टक्कर देकर जनता को इसका नुकसान समझाया : प्रधानमंत्री
नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि देश में सालों तक वोट बैंक की राजनीति की जाती रही है, जिसकी नीति 'कुछ लोगों को ही वायदे करो, ज्यादातर को तरसाकर रखो' की थी। इस वोट बैंक की राजनीति के चलते देश में भ्रष्टाचार और भेदभाव पनपा और विकसित हुआ। भारतीय जनता पार्टी इस वोट बैंक की राजनीति को टक्कर देकर देशवासियों को इसके नुकसान समझाने में सफल रही है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को दिल्ली में वर्जुअल माध्यम से देशभर के भाजपा कार्यकर्ताओं को पार्टी स्थापना दिवस पर संबोधित किया। इस संबोधन कार्यक्रम में अन्य देशों के राजनयिकों को भी निमंत्रण दिया गया था।
अपने संबोधन के दौरान हाल ही में समाप्त हुये विधानसभा चुनावों में पार्टी को मिली जीत का प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की वैचारिक निष्ठा अंत्योदय में है। दलित, पिछड़े, गरीब, युवा और अब महिलायें भी आगे आकर भाजपा को विजय तिलक लगा रही हैं।प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक या फिर राष्ट्रीय दृष्टिकोण दोनों से भाजपा और उसके कार्यकर्ता का दायित्व लगातार बढ़ रहा है। इसलिए भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता, देश के सपनों का प्रतिनिधि है, देश के संकल्पों का प्रतिनिधि है।
विपक्ष की राजनीति की शैली पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ करने वाली ये पार्टियां, संविधान और संवैधानिक व्यवस्थाओं को भी कुछ नहीं समझतीं। ऐसी पार्टियों से आज भी हमारे कार्यकर्ता अन्याय, अत्याचार और हिंसा के खिलाफ लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ लड़ रहे हैं।आगे उन्होंने कहा कि परिवारवादी पार्टियों ने देश के युवाओं को भी कभी आगे नहीं बढ़ने दिया, उनके साथ हमेशा विश्वासघात किया है। आज हमें गर्व होना चाहिए कि भाजपा इकलौती पार्टी है जो इस चुनौती से देश को सजग कर रही है, सतर्क कर रही है।