ग्लोबल पाटीदार समिट में बोले प्रधानमंत्री, सामान्य परिवार का युवा भी उद्यमी बने
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नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आज गुजरात के सरदारधाम द्वारा आयोजित ग्लोबल पाटीदार व्यापार सम्मेलन का उद्घाटन किया।प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा देश को जब नई-नई आजादी मिली थी, तो वो आजादी के प्रारंभिक दिन थे। तब सरदार साहब ने कहा था, "भारत में संपदा की कोई कमी नहीं है। हमें बस अपने दिमाग, अपने संसाधनों को इनके सद्उपयोग के लिए लगाना होगा।"
आजादी के मुकाबले में आने वाले 25 वर्षों के लिए जब हम संकल्प के लिए निकले हैं तो हमें सरदार साहब के इन शब्दों को कभी भूलना नहीं चाहिए।आज भारत के पास इतना कुछ है। हमें बस अपने आत्मविश्वास को, आत्मनिर्भरता के अपने जज्बे को मज़बूत करना है। ये आत्मविश्वास तभी आएगा जब विकास में सबकी भागीदारी होगा, सबका प्रयास लगेगा।
अपनी नीतियों, अपने एक्शन के माध्यम से सरकार का ये निरंतर प्रयास है कि देश में ऐसा माहौल बने कि सामान्य से सामान्य परिवार का युवा भी entrepreneur बने, उसके लिए के सपने देखे, entrepreneurship पर गर्व करे।आधुनिक कनेक्विटी के इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास, नए शहरों के निर्माण, पुराने शहरों में स्मार्ट सुविधाएं विकसित करने, पुराने नियमों-कायदों से देश को मुक्त करने और इनोवेशन व आइडिया की हैंड-हॉल्डिंग, ऐसे सभी कामों पर एकसाथ काम किया जा रहा है।
मुद्रा योजना आज देश के उन लोगों को अपना बिजनेस करने का हौसला दे रही है जो कभी इसके बारे में सोचते भी नहीं थे। स्टार्ट-अप इंडिया से वो इनोवेशन, वो टैलेंट में भी आज यूनिकॉर्न के सपने साकार होते देख रहा है जिसको कभी रास्ता नहीं दिखता था।Production Linked incentive यानि PLI योजना ने पुराने सेक्टरों में तो मेक इन इंडिया का उत्साह तो भरा ही है, सेमीकंडक्टर जैसे नए सेक्टर्स के विकास की संभावनाएं भी बनी हैं।
कोरोना काल की अभूतपूर्व चुनौतियों के बावजूद देश में MSME सेक्टर आज तेजी से विकास कर रहा है। लाखों करोड़ रुपये की मदद देकर MSME से जुड़े करोड़ों रोजगार बचाए गए और आज ये सेक्टर नए रोजगार का आज तेजी से निर्माण कर रहा है।छोटे से बड़े हर व्यवसाय, हर कारोबार का देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। सबका प्रयास की यही भावना तो अमृतकाल में देश की ताकत बन रही है। मुझे खुशी है कि इस बार के समिट में आप इस विषय पर विस्तार से चर्चा कर रहे हैं।
रेहड़ी-पटरी पर छोटा सा व्यापार करने वाला देशवासी आज भारत की ग्रोथ स्टोरी से अपने आप को जुड़ा महसूस करता है।पहली बार रेहड़ी-पटरी वालों को भी पीएम स्वनिधि योजना से फॉर्मल बैंकिंग सिस्टम में भागीदारी मिली है।हाल ही में हमारी सरकार ने इस योजना को दिसंबर 2024 के लिए बढ़ा दिया है।