कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा कनेक्टिविटी, पर्यटन को बढ़ावा देगा : प्रधानमंत्री
कुशीनगर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुशीनगर में नये अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्धाटन किया । इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह हवाई अड्डा केवल एयर कनेक्टिविटी का माध्यम ही नहीं बनेगा, बल्कि किसान, श्रमिक, युवाओं और व्यवसायियों के लिए नए अवसर के द्वार खोलेगा। उन्होंने कहा कि नया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा कनेक्टिविटी, पर्यटन को बढ़ावा देगा और इस क्षेत्र में एक संपूर्ण आर्थिक पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने में मदद करेगा ।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार भगवान बुद्ध से जुड़े स्थानों के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है । उन्होंने कुशीनगर को उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार की प्राथमिकता वाला क्षेत्र करार दिया। उन्होंने कहा कि कुशीनगर भारत समेत विश्व भर के बौद्ध समुदाय की श्रद्धा और आस्था का केंद्र है और कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की ये सुविधा उनकी श्रद्धा को अर्पित पुष्पांजलि है। उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध के ज्ञान से लेकर महापरिनिर्वाण तक की संपूर्ण यात्रा का साक्षी ये क्षेत्र आज सीधे दुनिया से जुड़ गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उड़ान योजना के तहत बीते कुछ सालों में 900 से अधिक नए एयर रूट्स को स्वीकृति दी जा चुकी है, इनमें से 350 से अधिक पर हवाई सेवा शुरु भी हो चुकी है। 50 से अधिक नए एयरपोर्ट या जो पहले सेवा में नहीं थे, उनको चालू किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि देश का एविएशन सेक्टर पेशवेर तरीके से चले, सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता मिले, इसके लिए हाल में एयर इंडिया से जुड़ा बड़ा कदम देश ने उठाया है। ये कदम भारत के एविएशन सेक्टर को नई ऊर्जा देगा। ऐसा ही एक बड़ा रिफॉर्म डिफेंस एयरस्पेस को सिविल यूज के लिए खोलने से जुड़ा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे का निर्माण 260 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया गया है। यह घरेलू और अंतरराष्ट्रीय तीर्थयात्रियों को भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थल पर आने की सुविधा प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि यह हवाई अड्डा दुनिया भर के बौद्ध तीर्थस्थलों को जोड़ने का एक प्रयास है। यह उत्तर प्रदेश और बिहार के आस-पास के जिलों को हवाई यात्रा की सुविधा प्रदान करेगा।