प्रधानमंत्री बोले- हमारा सिद्धांत सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास है
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र की आर्थिक एवं सामाजिक परिषद के सत्र को संबोधित कर रहे हैं। यह पीएम मोदी का जून में शक्तिशाली सुरक्षा परिषद के गैर-स्थायी सदस्य के रूप में भारत के चुने जाने के बाद पहला भाषण है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस भी इस खंड को संबोधित करेंगे। इससे पहले पीएम मोदी ने जनवरी 2016 में ECOSOC की 70वीं वर्षगांठ पर मुख्य भाषण दिया था।
पीएम मोदी के संबोधन :
- पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत ने स्वच्छता और सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को कम करने के लिए बड़े अभियान की शुरुआत की।
- उन्होंने कहा, 'भारत में लाखों महिलाओं को स्थानीय सरकार का प्रतिनिधि चुना जाता है। पिछले 6 वर्षों में, हमने 40 करोड़ बैंक खाते खोले हैं, जिसमें से 22 करोड़ महिलाओं के अकाउंट हैं।
- पीएम मोदी ने कहा, भारत द्वितीय विश्व युद्ध के तुरंत बाद संयुक्त राष्ट्र के 50 संस्थापक सदस्यों में से था। उसके बाद से काफी कुछ बदल गया है। आज, संयुक्त राष्ट्र 193 सदस्य देशों को एक साथ लाता है। संगठन से उम्मीदें भी बढ़ी हैं। बहुपक्षवाद भी आज कई चुनौतियों का सामना कर रहा है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि छह साल में 40 करोड़ बैंक अकाउंट खोले गए हैं।
- संयुक्त राष्ट्र को संबोधित करते हुए PM मोदी ने कहा कि हमारा सिद्धांत सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास है।
- भारत को 17 जून को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का गैर-स्थायी सदस्य के तौर पर निर्विरोध चुना गया था। एशिया-प्रशांत श्रेणी की सीट से भारत आठवीं बार गैर-स्थायी सदस्य बना था।
- बहुपक्षीय प्रणालियों में सुधार के लक्ष्य के साथ भारत इस कार्यकाल का बेहतर उपयोग करके एक स्थायी सीट के अपने दावे को आगे बढ़ा सकेगा। सीट के लिए दावेदार सात देशों में, भारत 2021-22 के लिए क्षेत्र से निर्विरोध था।
- बताते चलें कि इस साल संयुक्त राष्ट्र के उच्च स्तरीय सत्र की थीम है, 'कोविड-19 के बाद बहुपक्षीयवाद: 75वीं वर्षगांठ पर हमें किस प्रकार के संयुक्त राष्ट्र की जरूरत है।'