पीएम मोदी-योगी का आत्मनिर्भर उप्र, सवा करोड़ लोगों को मिलेगा रोजगार
नई दिल्ली/लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान की शुरुआत की। इस दौरान यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। इस योजना के तहत प्रवासी मजदूरों व अन्य को 125 दिनों का रोजगार दिया जाएगा। वहीं, राज्य में कुल सवा करोड़ लोगों को रोजगार मिल सकेगा। यह योजना पीएम मोदी द्वारा 20 जून को देश के छह राज्यों और 116 जिलों में शुरू की गई गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अंतर्गत है।
पीएम मोदी ने कहा कि जो मेहनत यूपी की सरकार ने की है, हम कह सकते हैं कि एक प्रकार से अब तक कम से कम 85 हजार लोगों का जीवन बचाने में वो कामयाब हुई है। आज अगर हम अपने नागरिकों का जीवन बचा पा रहे हैं, तो ये भी बहुत संतोष की बात है।
पीएम मोदी ने कहा, 'लॉकडाउन के दौरान गरीबों को भोजन की दिक्कत न हो, इसके लिए जिस तरह योगी सरकार ने काम किया है वो भी अभूतपूर्व है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत यूपी ने बहुत तेज़ी से गरीबों और गांव लौटे श्रमिक साथियों तक मुफ्त राशन पहुंचाया।'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज जब दुनिया में कोरोना का इतना बड़ा संकट है, तब उत्तर प्रदेश ने जो साहस दिखाया, जो सूझबूझ दिखाई, जो सफलता पाई, जिस तरह कोरोना से मोर्चा लिया, जिस तरह स्थितियों को संभाला, वो अभूतपूर्व है, प्रशंसनीय है।
कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कोरोना काल में अपने प्रदेश लौटे कई श्रमिकों से बातचीत की। एक श्रमिक से पीएम मोदी ने कहा कि आपने आपत्ति को अवसर में बदल दिया है।
पीएम मोदी ने कहा कि हम सभी ने अपने व्यक्तिगत जीवन में अनेक उतार चढ़ाव देखे हैं। हमारे सामाजिक जीवन में कई कठिनाइयां आती रहती हैं। लेकिन किसी ने ये नहीं सोचा था कि पूरी दुनिया पर एक साथ इतना बड़ा संकट आ जाएगा। ऐसा संकट, जिसमें लोग चाहकर भी दूसरों की मदद नहीं कर पाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'आगे भी किसी को नहीं पता कि इस बीमारी से कब मुक्ति मिलेगी। इसकी एक दवाई हमें पता है। यह दवाई है दो गज की दूरी। यह दवाई है- मुंह ढकना, फेसकवर या गमछे का इस्तेमाल करना। जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं बनती, हम इसी दवा से इसे रोक पाएंगे।
इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने राज्य के छह जिलों के ग्रामीणों से बातचीत की। कोरोना वायरस के परिप्रेक्ष्य में सामाजिक दूरी को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों के गांव सामान्य सुविधा केंद्रों व कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से इस कार्यक्रम जुड़े।
अभियान की शुरुआत करने से पहले पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'थोड़ी देर में मैं आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान की शुरुआत करूंगा। इसके तहत प्रवासी कामगारों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के साथ-साथ स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा दिया जाएगा।'
उत्तर प्रदेश के 31 जिलों को इस योजना के तहत शामिल किया गया है और राज्य सरकार इस अवसर का उपयोग श्रमिकों के कल्याण के लिए कर रही है। 25 श्रेणियों के काम पर ध्यान देने के साथ विभिन्न विभागों को काम देने का लक्ष्य रखा गया है और 1.25 करोड़ श्रमिकों को काम मिलेगा। वहीं, इसमें प्रति दिन 60 लाख श्रमिकों को काम दिया जाएगा।पीएम मोदी-योगी का आत्मनिर्भर उप्र, सवा करोड़ लोगों को मिलेगा रोजगार
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान की शुरुआत की। इस दौरान यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। इस योजना के तहत प्रवासी मजदूरों व अन्य को 125 दिनों का रोजगार दिया जाएगा। वहीं, राज्य में कुल सवा करोड़ लोगों को रोजगार मिल सकेगा। यह योजना पीएम मोदी द्वारा 20 जून को देश के छह राज्यों और 116 जिलों में शुरू की गई गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अंतर्गत है।
पीएम मोदी ने कहा कि जो मेहनत यूपी की सरकार ने की है, हम कह सकते हैं कि एक प्रकार से अब तक कम से कम 85 हजार लोगों का जीवन बचाने में वो कामयाब हुई है। आज अगर हम अपने नागरिकों का जीवन बचा पा रहे हैं, तो ये भी बहुत संतोष की बात है।
पीएम मोदी ने कहा, 'लॉकडाउन के दौरान गरीबों को भोजन की दिक्कत न हो, इसके लिए जिस तरह योगी सरकार ने काम किया है वो भी अभूतपूर्व है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत यूपी ने बहुत तेज़ी से गरीबों और गांव लौटे श्रमिक साथियों तक मुफ्त राशन पहुंचाया।'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज जब दुनिया में कोरोना का इतना बड़ा संकट है, तब उत्तर प्रदेश ने जो साहस दिखाया, जो सूझबूझ दिखाई, जो सफलता पाई, जिस तरह कोरोना से मोर्चा लिया, जिस तरह स्थितियों को संभाला, वो अभूतपूर्व है, प्रशंसनीय है।
कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कोरोना काल में अपने प्रदेश लौटे कई श्रमिकों से बातचीत की। एक श्रमिक से पीएम मोदी ने कहा कि आपने आपत्ति को अवसर में बदल दिया है।
पीएम मोदी ने कहा कि हम सभी ने अपने व्यक्तिगत जीवन में अनेक उतार चढ़ाव देखे हैं। हमारे सामाजिक जीवन में कई कठिनाइयां आती रहती हैं। लेकिन किसी ने ये नहीं सोचा था कि पूरी दुनिया पर एक साथ इतना बड़ा संकट आ जाएगा। ऐसा संकट, जिसमें लोग चाहकर भी दूसरों की मदद नहीं कर पाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'आगे भी किसी को नहीं पता कि इस बीमारी से कब मुक्ति मिलेगी। इसकी एक दवाई हमें पता है। यह दवाई है दो गज की दूरी। यह दवाई है- मुंह ढकना, फेसकवर या गमछे का इस्तेमाल करना। जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं बनती, हम इसी दवा से इसे रोक पाएंगे।
इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने राज्य के छह जिलों के ग्रामीणों से बातचीत की। कोरोना वायरस के परिप्रेक्ष्य में सामाजिक दूरी को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों के गांव सामान्य सुविधा केंद्रों व कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से इस कार्यक्रम जुड़े।
अभियान की शुरुआत करने से पहले पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'थोड़ी देर में मैं आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान की शुरुआत करूंगा। इसके तहत प्रवासी कामगारों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के साथ-साथ स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा दिया जाएगा।'
उत्तर प्रदेश के 31 जिलों को इस योजना के तहत शामिल किया गया है और राज्य सरकार इस अवसर का उपयोग श्रमिकों के कल्याण के लिए कर रही है। 25 श्रेणियों के काम पर ध्यान देने के साथ विभिन्न विभागों को काम देने का लक्ष्य रखा गया है और 1.25 करोड़ श्रमिकों को काम मिलेगा। वहीं, इसमें प्रति दिन 60 लाख श्रमिकों को काम दिया जाएगा।