BJP ने झारखंड को लुटने से बचाया है : पीएम मोदी

BJP ने झारखंड को लुटने से बचाया है : पीएम मोदी
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डालटनगंज रैली में बोले पीएम मोदी, BJP ने झारखंड को लुटने से बचाया है

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड के डालटनगंज में एक चुनावी रैली के दौरान तीन दिन पूर्व लातेहार में नक्सली हमले में शहीद पुलिसवालों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि उनके परिवार वालों के साथ अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा कि आज अगर पूरे भारत में कमल शान से खिला है, तो इसकी बहुत बड़ी भूमिका यहां की जनता की है, यहां के भाजपा कार्यकर्ताओं की रही है। यहां का जनजातीय समुदाय, यहां के पिछड़े, दलित, वंचित, व्यापारी, कारोबारी, हर वर्ग कमल के निशान के साथ खड़ा रहा है।

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- विरोधी हताशा में कुछ भी कहें, लेकिन आपके जल, जमीन और जंगल की सुरक्षा, आपके हितों पर भाजपा दीवार बनकर खड़ी रहेगी कोई, आंच नहीं आने देगी।

- नई, बसें, ट्रक टैंपो, के माध्यम से तो रोज़गार मिल ही रहा है, अब यहां एक नया स्टील प्लांट भी जल्द ही तैयार होने वाला है। इतना ही नहीं, यहां से जो बॉक्साइट निकल रहा है, उसका बड़ा हिस्सा यहीं के विकास में लगे, इसका भी प्रावधान पहली बार भाजपा की सरकार ने ही किया है

- भाजपा सरकार के ईमानदार प्रयासों की वजह से ही आज झारखंड के गांव-गांव में सड़कें पहुंच रही हैं। गांव-गांव में बिजली पहुंच रही है। बदलते हुए हालात में अब यहां रोजगार के नए साधन तैयार हो रहे हैं

- बीते पांच वर्षों में यहां की भाजपा सरकार ने नए झारखंड के लिए सामाजिक न्याय के पांच सूत्रों पर काम किया है।

पहला सूत्र है- स्थिरता

दूसरा सूत्र है- सुशासन

तीसरा सूत्र है- समृद्धि

चौथा सूत्र है- सम्मान

पांचवां सूत्र है- सुरक्षा

- भाजपा ने झारखंड को एक स्थिर सरकार दी है। भाजपा ने झारखंड में भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए दिन रात काम किया है, पारदर्शी व्यवस्थाएं बनाई हैं। भाजपा ने झारखंड को लुटने से बचाया है यहां 'समृद्धि' का मार्ग खोला है।

- भाजपा ने झारखंड के हर समाज के हर व्यक्ति को सम्मान से जीने का हक दिलाया है, उसका गौरव बढ़ावा है। भाजपा ने झारखंड को नक्सलवाद और अपराध से मुक्ति दिलाने के लिए, भयमुक्त वातावरण के लिए प्रयास किया है।

- झारखंड में नक्सलवाद की ये समस्या इसलिए भी बेकाबू हुई क्योंकि यहां राजनीतिक अस्थिरता थी। यहां सरकारें पिछले दरवाज़े से बनती और बिगाड़ी जाती थीं। क्योंकि उनके मूल में स्वार्थ होता था, करप्शन होता था।

- इन स्वार्थी लोगों में झारखंड की सेवा की कोई भावना नहीं है। इन स्वार्थी लोगों के गठबंधन का एकमात्र एजेंडा है- सत्ताभोग और झारखंड के संसाधनों का दुरुपयोग। और इसी फिराक में ये एक बार फिर आपको भ्रमित कर रहे हैं, आपसे वोट मांग रहे हैं।

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