बिजनेस लीडर्स समिट: सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में भारत बढ़ रहा आगे - सिंगापुर में बोले पीएम मोदी
Singapore Business Leaders Summit : हम पूर्वानुमानित और प्रगतिशील नीतियों के साथ आगे बढ़ रहे हैं...भारत में राजनीतिक स्थिरता है। हम सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में आक्रामक रूप से आगे बढ़ रहे हैं। हम इस क्षेत्र में एक संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र बनाने जा रहे हैं...भारत में टियर 2 और टियर 3 शहरों में स्टार्टअप बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। यह बात प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने सिंगापुर में आयोजित बिजनेस लीडर्स समिट को सम्बोधित करते हुए कही है।
भारत में निवेश के लिए किया आमंत्रित
प्रधानमंत्री मोदी ने सिंगापुर की प्रमुख कंपनियों के CEOs से मुलाकात की और भारत में निवेश के लिए उन्हें आमंत्रित किया। उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार की नीतियों में लोगों का विश्वास ही उनकी तीसरी बार सत्ता में वापसी का कारण है। उन्होंने भारत के तेजी से बढ़ते एविएशन सेक्टर और सेमीकंडक्टर क्षेत्र में निवेश के अवसरों को भी उजागर किया।
पीएम मोदी ने भारत में "Industry 4.0" और कौशल विकास पर जोर देने की बात की और कहा कि भारत में टियर 2 और टियर 3 शहरों में स्टार्टअप्स तेजी से बढ़ रहे हैं। उन्होंने स्किल डेवलपमेंट को वैश्विक नौकरी बाजार से जोड़ने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
2030 तक 500 गीगावाट नवीनीकरणीय ऊर्जा हासिल करने का लक्ष्य
प्रधानमंत्री ने भारत के ऊर्जा लक्ष्यों की जानकारी देते हुए बताया कि भारत 2030 तक 500 गीगावाट नवीनीकरणीय ऊर्जा का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने सिंगापुर की कंपनियों को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित किया, विशेष रूप से ऊर्जा, फिनटेक और सेमीकंडक्टर क्षेत्रों में।
पीएम मोदी ने सिंगापुर में चार MoU पर किए हस्ताक्षर
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों अपने सिंगापुर दौरे पर हैं। यह 6 साल के बाद उनका पहला सिंगापुर दौरा है। यह यात्रा भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी के तहत काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। सिंगापुर के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के प्रयास में पीएम मोदी ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग से मुलाकात की।
गुरुवार को हुई इस बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने चार MoU पर हस्ताक्षर किए। ये समझौता ज्ञापन डिजिटल प्रौद्योगिकी, सेमीकंडक्टर, स्वास्थ्य और चिकित्सा क्षेत्र तथा शैक्षिक सहयोग और कौशल विकास पर केंद्रित हैं। दोनों नेताओं ने अपने द्विपक्षीय संबंधों को "व्यापक रणनीतिक साझेदारी" के स्तर तक ले जाने पर भी सहमति जताई।