राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रवासी भारतीयों को किया सम्मानित, कहा - आपने हार्ड वर्क से देश का नाम रोशन किया
इंदौर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि भारत का प्राचीन मंत्र है- वसुधैव कुटुम्बकम। भारत पूरे विश्व को परिवार मानकर काम कर रहा है। आज कई चुनौतियां है, जिनसे निपटने के लिए भारत दुनिया के साथ मिलकर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत आजादी की 75वीं वर्षगांठ को अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है। भारत आत्मनिर्भरता की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने प्रवासी भारतीयों की तारीफ करते हुए कहा कि प्रवासी भारतीयों ने अपनी कड़ी मेहनत से देश का नाम किया।
राष्ट्रपति मुर्मू मंगलवार को इंदौर में आयोजित तीन दिवसीय 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं। राष्ट्रपति मुर्मू के मुख्य आतिथ्य में मंगलवार शाम को 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन का समापन हुआ। समापन समारोह में राष्ट्रपति ने गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली समेत विभिन्न क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 30 प्रवासी भारतीयों को सम्मानित किया। इस मौके पर सूरीनाम के राष्ट्रपति, राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रसाद और ज्योतिरादित्य सिंधिया मौजूद रहे।
जिन्हें सम्मानित किया, उनमें शामिल हैं-
- प्रो. जगदीश चेन्नुपति, आस्ट्रेलिया, विज्ञान और प्रौद्योगिकी/शिक्षा
- प्रो. संजीव मेहता, भूटान, शिक्षा
- प्रो. दिलीप लौंडो, ब्राज़ील, कला और संस्कृति/शिक्षा
- डा. अलेक्जेंडर मलाइकेल जॉन, ब्रुनेई दारुस्सलाम मेडिशन
- डा. वैकुंठम अय्यर लक्ष्मणन, कनाडा, समाजसेवा
- जोगिंदर सिंह निज्जर, क्रोएशिया, कला और संस्कृति/शिक्षा
- प्रो. रामजी प्रसाद, डेनमार्क, सूचना प्रौद्योगिकी
- डा. कन्नन अम्बलम, इथियोपिया, समाजसेवा
- डा. अमल कुमार मुखोपाध्याय, जर्मनी, समाजसेवा/चिकित्सा
- डा. मोहम्मद इरफान अली, गुयाना, राजनीति/समाजसेवा
- रीना विनोद पुष्करणा, इजराइल, व्यवसाय/समाजसेवा
- डा. मकसूदा सरफी श्योतानी, जापान, शिक्षा
- डा. राजगोपाल, मैक्सिको, शिक्षा
- अमित कैलाश चंद्र लठ, पोलैंड, व्यवसाय/समाजसेवा
- परमानंद सुखुमल दासवानी, कांगो गणराज्य, समाजसेवा
- पीयूष गुप्ता, सिंगापुर, व्यवसाय
- मोहनलाल हीरा, दक्षिण अफ्रीका, समाजसेवा
- संजयकुमार शिवभाई पटेल, दक्षिण सूडान, व्यवसाय/समाजसेवा
- शिवकुमार नदेसन, श्रीलंका, समाजसेवा
- डा. देवनचंद्रभोज शरमन, सूरीनाम, समाजसेवा
- डा. अर्चना शर्मा, स्विटजरलैंड, विज्ञान प्रौद्योगिकी
- न्यायमूर्ति फ्रैंक आर्थर सीपरसाद, त्रिनिदाद और टोबैगो, समाजसेवा/शिक्षा
- सिद्धार्थ बालचंद्रन, संयुक्त अरब अमीरात, व्यवसाय/समाजसेवा
- चंद्रकांत बाबूभाई पटेल, यूके, मीडिया
- डा. दर्शन सिंह धालीवाल, अमेरिका, व्यवसाय/समाजसेवा
- राजेश सुब्रमण्यम, अमेरिका, व्यवसाय
- अशोक कुमार तिवारी, उज़्बेकिस्तान, व्यवसाय