प्रवासी भारतीय सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए सूरीनाम और गुयाना के राष्ट्रपति, भारत के इन..राज्यों से है रिश्ता

प्रवासी भारतीय सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए सूरीनाम और गुयाना के राष्ट्रपति, भारत के इन..राज्यों से है रिश्ता
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इंदौर। इंदौर में आयोजित हो रहे 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन का उद्घाटन किया।इस अवसर पर गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली और सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने भी पीएम के बाद सम्मेलन को संबोधित किया। क्या आप जानते है गुयाना और सूरीनाम के राष्ट्रपतियों के परिवार की जड़ें भारत में ही है। उनके परिवार वर्षों पहले भारत से बहार गया था। जहां कभी उनके दादा -परदादा रोजगार की तलाश में पहुंचे, वहां के सर्वोच्च पद पर आज उनके बच्चे आसीन है।

सूरीनाम के राष्ट्रपति -


लैटिन अमेरिकी देश सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी के परिवार का रिश्ता भारत के बिहार राज्य से है। हैं. उनके पिता बिहार से मजदूर के रूप में काम करने के लिए बिहार से सूरीनाम पहुंचे थे। वह यहां पारामारिबो के बंदरगाह में काम करते थे और उनकी मां लेलीडॉर्प में एक दुकान सहायक के रूप में काम करती थी। इस दंपत्ति के घर 3 फरवरी, 1959 को चंद्रिका प्रसाद संतोखी का जन्म हुआ। संतोखी के नौ भाई-बहन है। संतोखी ने

संतोखी ने ने पारामारिबो के अल्जेमेन मिडेलबेयर स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की। 1978 में स्कॉलरशिप मिलने के बाद संतोखी ने एपेलडॉर्न में नीदरलैंड की पुलिस अकादमी में अध्ययन किया। इसके बाद 1982 में वह वापिस सूरीनाम लौट आए। यहां 23 साल की उम्र से, संतोखी ने 1989 में राष्ट्रीय आपराधिक जांच विभाग के प्रमुख के रूप में नियुक्त होने तक गेयर्सविलिज्ट और वानिका में एक पुलिस इंस्पेक्टर के रूप में काम किया। वर्ष 1991 में वह पुलिस कमिश्नर बने। 2005 में न्याय और पुलिस मंत्री के रूप में काम किया और 2011 में उन्होंने प्रगतिशील सुधार पार्टी के अध्यक्ष का पद संभाला. 19 जुलाई 2020 को उनकी शादी हुई।

3 जुलाई 2011 को, संतोखी को वूरुइटस्ट्रेवेन्डे हेर्वोमिंग्स पार्टिज (वीएचपी) (प्रोग्रेसिव रिफॉर्म पार्टी) के अध्यक्ष के रूप में चुना गया था। 29 जून 2020 को, विहिप ने राष्ट्रपति पद के लिए चान संतोखी को अपने उम्मीदवार के रूप में नामित किया। 13 जुलाई को एक निर्विरोध चुनाव में संतोखी को राष्ट्रपति के रूप में चुना गया था। उन्होंने हिंदू संस्कृत के श्लोकों और मंत्रों का पाठ करते हुए राष्ट्रपति पद की शपथ ली, जोकि पूरी दुनिया में चर्चा का विषय रहीं। बता दें की 6 लाख की आबादी वाले सूरीनाम में करीब 30 फीसदी भारतीय हिंदू है। राष्ट्रपति संतोखी की पार्टी भारतीय समुदाय का प्रतिनिधित्व करती है, जिसे युनाइटेड हिंदुस्तानी पार्टी के नाम से भी जाना जाता है।

गुयाना के राष्ट्रपति -


गुयाना के वर्तमान राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली भी भारतीय मूल के हैं। गुयाना की आठ लाख की आबादी में से करीब आधे भारतीय मूल के लोग हैं। अली का जन्म 25 अप्रैल 1980 को को लियोनोरा, वेस्ट कोस्ट डेमरारा में एक इंडो-गुयाना मुस्लिम परिवार में हुआ था।अली ने यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टइंडीज से अर्बन और रीजनल प्लानिंग में डॉक्टरेक्ट की डिग्री हासिल की है।2 अगस्त, 2020 को गुयाना के नौवें कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में शपथ ली।उनके माता -पिता शिक्षक थे। इरफान के पूर्वजों को अंग्रेज अपने साथ इस कैरेबियाई देश में मजदूरी के लिए भारत से ही लेकर आए थे. एक और अनूठी बात ये है कि गुयाना में इरफान पहले भारतवंशी नहीं हैं, जो शीर्ष पद तक पहुंचे हैं. अब तक वहां पर 4 बार भारतीय मूल के लोगों ने हेड ऑफ स्टेट के तौर पर कमान संभाली है

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