प्रिंस चार्ल्स बने ब्रिटेन के नए किंग, अब बदलेगा राष्ट्रगान, ताजपोशी में मिलेगा सोने का मुकुट
लंदन। ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद उनके बेटे चार्ल्स तृतीय यूनाइटेड किंगडम (यूके) समेत 14 अन्य क्षेत्रों के सम्राट बन गए हैं। ब्रिटिश इतिहास में उत्तराधिकार के तौर पर उन्होंने सबसे लंबा इंतजार किया है। सात दशक ब्रिटेन की महारानी के पद को सुशोभित करने वाली एलिजाबेथ द्वितीय का 96 वर्ष की आयु में गुरुवार को निधन हो गया। महारानी के निधन पर भारत समेत कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने शोक संवेदना व्यक्त करते उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी है। करीब सात दशक तक शाही परिवार और ब्रिटेन की रियासत को संभालने वाली महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने अपने जीवन काल में तीन बार भारत का दौरा किया था।
महारानी की मौत के बाद अब उनके बेटे प्रिंस चार्ल्स की ताजपोशी होगी। अब अब उन्हें किंग चार्ल्स-III के नाम से जाना जाएगा। परंपरा के अनुसार किंग को अपना नाम चुनने का अधिकार है। वह अपने लिए चार्ल्स, फिलिप, अर्थर, जॉर्ज में से किसी एक नाम को चुन सकते थे। वही उनकी पत्नी कैथरीन को डचेस ऑफ कॉर्नवाल के नाम से जाना जाएगा।
महारानी के निधन के 24 घंटों के अंदर लंदन के सेंट जेम्स पैलेस में एक सेरेमोनियल बॉडी में उन्हें आधिकारिक तौर पर राजा घोषित किया जाएगा। इस काउंसिल में वरिष्ठ सांसद, सीनियर सिविल सर्वेंट्स, कॉमनवेल्थ हाई कमिश्नर और लंदन के लॉर्ड मेयर शामिल होंगे।इस कार्यक्रम में सबसे पहले एलिजाबेथ-II के निधन की घोषणा की जाएगी। इसके बाद उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रर्थना होगी एवं महारानी की उपलब्धियां देश को बताई जाएंगी। इसके बाद नए किंग का ऐलान होगा और उनकी खूबियां जनता को गिनाई जाएंगी। इसके बाद ब्रिटेन का राष्ट्रगान गाया जाएगा।
महारानी के बाद ब्रिटेन को 1952 के बाद पहली बार किंग मिल रहा है। इसलिए कई सरकारी कार्यक्रमों में भी बदलाव होगा जैसे की राष्ट्रगान। 1952 के बाद पहली बार ऐसा होगा जब ब्रिटेन के राष्ट्रगान का शब्द होगा- 'गॉड सेव द किंग'। इससे पहले गॉड सेव द क्वीन था। इसके बाद हाइड पार्क, लंदन टॉवर और नौसैनिक जहाजों से तोपों की सलामी दी जाएगी। हालांकि उन्हें आधिकारिक ताजपोशी का अभी का लंबा इन्तजार कर्मणा पड़ सकता है। क्योकि इस शाही कार्यक्रम की तैयारियों में समय लगता है। बीते 900 सालों से कोरोनेशन वेस्टमिंस्टर एब्बे में किया जा रहा है। चार्ल्स 40वें सम्राट होंगे, जिनकी यहां ताजपोशी होगी। इस दौरान सोने से बने मुकुट आर्कबिशप सेंट एडवर्ड्स के क्राउन को चार्ल्स के सिर पर रखा जाएगा।