ग्वालियर में प्रियंका गांधी ने भरी हुंकार, महंगाई-भ्रष्टाचार, मणिपुर के मुद्दे पर सरकार को घेरा
ग्वालियर। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने केंद्रीय मंत्री सिंधिया का गढ़ कहे जाने ग्वालियर की धरती से चुनाव अभियान का आगाज किया। उन्होंने महंगाई, भ्रष्टाचार, मणिपुर हिंसा, बेरोजगारी जैसे मुद्दे को लेकर शिवराज और मोदी सरकार पर जमकर बोला। उन्होंने बुंदेलखंडी भाषा में राम-राम के साथ अपने भाषण की शुरुआत की।
प्रियंका गांधी ने कहा सब भैया-बहनन आपको हमारी राम-राम।मोए आज ग्वालियर-चंबल में आकर बड़ी खुशी भई मैं पहले भी पीतांबरा दर्शन के लिए आई हती, मोई दादी इंदिरा जी आपके क्षेत्र में आई हतीं, उन्ने मोए रानी लक्ष्मीबाई की कहानी खूब सुनाई हती।मोए बचपन में तुमाए क्षेत्र की वीरता और साहस की कहानी पतो हैं।हमारे देश की परंपरा रही है कि हम नेताओं में सरलता, सभ्यता और सच्चाई ढूंढते हैं। हम चाहते हैं हमारे नेता में ऐसे गुण हों। आरोप-प्रत्यारोप, एक-दूसरे की बुराई के बीच जनता के असली मुद्दे डूब जाते हैं। आजकल अहंकार की राजनीति चलती है। यूपी में मुझसे कहा- बड़ी गाड़ी में बैठो। आजकल भौकाल की राजनीति है।
विपक्षी दलों को चोर कहा -
बिहार में विपक्षी दलों की बैठक के बाद पीएम ने एक बयान में कहा- जितने भी विपक्ष की पार्टियां हैं, सबको चोर बोल डाला। इतनी बड़ी पार्टियां और उनके नेता जनता के मुद्दे उठाकर आगे बढ़े उनका अपमान प्रधानमंत्रीजी ने किया। मणिपुर में भयावह अत्याचार हो रहा है। और हमारे प्रधानमंत्री ने 77 दिन के लिए इस पर कोई बयान ही नहीं दिया। कल एक भयावह वीडियो के बाद मजबूरी में एक वाक्या बोला- उसमें भी राजनीति घोल दी। उसमें उन प्रदेशों का नाम लिया जिनमें विपक्ष की सरकार है।
मणिपुर हिंसा पर सरकार को घेरा -
मणिपुर 2 महीनों से जल रहा है, घरो में आग लगाया जा रहा है, महिला के साथ अत्याचार हो रहा है, बच्चों के सर पर छत नहीं रहे और हमारे पीएम मोदी ने 77 दिन तक कोई बयान ही नहीं दिया। कल उन्हें मजबूरी में बोलना पड़ा क्योंकि एक भयावह वीडियो वायरल हुआ। उस बयान में भी उन्होंने राजनीति घोल दी...उन्होंने अपने बयान में विपक्ष के राज्य के नाम भी ले लिया
महंगाई पर सरकार को घेरा -
मैं पीएम, शिवराज और सिंधिया के बारे में 10-10 मिनट बोली सकती हूं। सिंधिया के बारे में भी 10 मिनट बोल सकती हूं, कि किस तरह राजनीत की दिशा बदल दी। लेकिन मैं ध्यान भटकाने नहीं आई हूं। महंगाई है। मैं टमाटर की बात नहीं कर रही हूं। वो तो 100 रुपए का है ही। आपको घर की मरम्मत कराना, बच्चों की फीस देना, छाता खरीदना महंगा हो गया है। आपके जीवन पर बोझ बन गई है ये महंगाई। ये आपके जीवन का मामला है। सिर्फ टमाटर का मामला नहीं। सबसे बड़ा बोझ महिलाओं पर है। आज रसोई के लिए सिलेंडर तो मिला लेकिन गैस नहीं भरी जा रही है। कोई बीमार हो जाए तो घबराहट होती है दवाएं कहां से खरीदकर लाऊं, क्योंकि महंगाई इतनी है।
दो लोगों को सौंपी देश की संपत्ति -
मुझे लगता है कि जनता के मुद्दों पर बात करनी चाहिए। आज अपने देश में ऐसी सरकार क्यों है, जिसने पूरे देश की संपत्ति एक-दो बड़े लोगों को बेच दी। पहले आपको रोजगार मिलता था। आज परिस्थितियां ये हैं आप जानते हैं सेना की भर्ती का क्या किया? जब से अग्निवीर की स्कीम आई तब से ग्वालियर-चंबल की क्या स्थिति है। यहां से नौजवान सीमा पर तैनात होते रहे हैं। हरियाणा में कई युवा ट्रेनिंग से लौटते मिले। बोले- चार साल के लिए इतनी कड़ी ट्रेनिंग क्यों करें। लौटकर खेती ही करना है।
मप्र को 6 गारंटी दी
प्रियंका गांधी वाड्रा ने ग्वालियर में जन आक्रोश महारैली के जरिए चुनावी अभियान का आगाज करते हुए मध्य प्रदेश की जनता के लिए 6 गारंटी भी दी। साथ ही भ्रष्टाचार के मुद्दे पर शिवराज सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस सरकार बनेगी तो प्रदेश के कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम, महिलाओं को पांच सौ रुपये में सिलेण्डर देने और सौ यूनिट बिजली फ्री में देने की गारंटी देती है। हमारी जहां-जहां सरकारें हैं वहां जो गारंटी दी, वह निभाई जा रही हैं, चाहे कर्नाटक में, चाहे हिमाचल या राजस्थान।उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में पैसों से खरीदी सरकार है। ऐसे में प्रदेश में लूट व घोटाले तो होंगे ही। आज में आपके मुद्दों पर बात करने आई हूं। आज सबसे बड़ा मुद्दा महंगाई है। जब टमाटर डेढ़ सौ में खरीद नहीं सकते। जब घर में बारिश हो रही है, मरम्मत महंगी हो रही है। फीस भरना मुश्किल हो गया है।
छह गारंटीः
- पुरानी पेंशन लागू करेंगे,
- महिलाओं के खाते में हर महीने 1500 रुपये,
- रसोई गैस सिलेंडर 500 रुपए में मिलेगा।
- 100 यूनिट बिजली फ्री मिलेगी।
- 200 यूनिट पर बिल आधा किया जाएगा।
- किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा।
- दिव्यांगों की पेंशन बढ़ाई जाएगी।
लक्ष्मीबाई स्थल पर श्रद्धांजलि दी -
इससे पहले उन्होंने महारानी लक्ष्मीबाई की समाधी पर पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की। वे समाधि स्थल पर जाने वाली नेहरू-गांधी परिवार की पहली सदस्य है।