कांग्रेस में अब एक परिवार से एक सदस्य को टिकट, गांधी फैमिली को छूट
उदयपुर। उदयपुर में आज से कांग्रेस का तीन दिवसीय चिंतन शिविर शुरू हो गया है। इसमें भाग लेने के लिए राहुल गांधी सुबह ट्रेन से यहां पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने अपने नेता राहुल गांधी का गर्मजोशी भरा स्वागत किया। इस शिविर में नव संकल्प चिंतन शिविर में कई मुद्दों पर चर्चा होगी। जिसमें एक परिवार से एक व्यक्ति को टिकट दिए जाने का प्रस्ताव अहम है। ये प्रस्ताव कांग्रेस के संगठन स्तर पर बड़ा बदलाव माना जा रहा है।
कांग्रेस कमेटियों द्वारा भेजे गए प्रस्तावों में उसमें एक परिवार से किसी एक सदस्य को ही टिकट देने की बात कही गए है। खास बात ये है की इस प्रस्ताव में गांधी परिवार को बाहर रखा गया है।इसके अलावा पांच साल काम करने के बाद ही किसी नेता के रिश्तेदार को टिकट देने की बात कही गई है। किसी व्यक्ति के पद पर रहने की अवधि भी पांच साल फिक्स करने का प्रस्ताव है। वहीं, कांग्रेस के हर स्तर पर 50% पदाधिकारियों की उम्र 50 साल से कम रखने की बात भी कही गई है।
सुधारों की सख्त जरूरत -
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को संदेश दिया कि देश को पार्टी से बहुत उम्मीदें हैं और इसे पूरा करने के लिए सभी सिपाहियों को पूर्ण आत्मविश्वास, ऊर्जा एवं प्रतिबद्धता के साथ काम करना होगा।उन्होंने कहा कि हर संगठन को जीवित रहने के लिए बदलाव लाने पड़ते हैं। हमें भी सुधारों की सख्त जरूरत है।
डर का माहौल -
सोनिया गांधी ने सत्ता दल पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में डर का माहौल पैदा किया जा रहा है। अल्पसंख्यकों को क्रूरता के साथ निशाना बनाया जा रहा है। अल्पसंख्यक भी हमारे समाज का अभिन्न अंग हैं और हमारे देश के समान नागरिक हैं।
सोनिया गांधी ने कहा कि यह सरकार इतिहास में फेरबदल करने की कोशिश कर रही है। महात्मा गांधी के हत्यारे का महिमामंडन हो रहा है और यह लोग गांधी के सिद्धांतों को मिटाने में लगे हैं। वर्तमान सरकार जांच एजेंसियों का भी गलत उपयोग कर प्रतिद्वंदियों को परेशान कर रही है।उन्होंने कहा कि इस चिंतन शिविर में देश के सामने पनप रही चुनौतियों पर चिंतन-मंथन के साथ-साथ पार्टी को मजबूत बनाने को लेकर संवाद करने का अच्छा मौका है। जब हम इस चिंतन शिविर से वापस लौटें तो पूरे उत्साह, आत्मविश्वास और प्रतिबद्धता के भाव से काम करें।